Ghaziabad News: गाजियाबाद में मकान बेचने के नाम पर हड़पे 49.45 लाख रुपये, GDA का फर्जी लेटर भी दिया
गाजियाबाद के संजयनगर सेक्टर 23 में रहने वाले एक व्यक्ति से दो लोगों ने मकान बेचने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर 49.45 लाख रुपये हड़प लिए। आरोपितों ने उन्हें मूल दस्तावेजों की फोटो कापी भी दी। आरोपितों ने उन्हें जीडीए का एक फर्जी लेटर भी दिया और अनिल कुमार के नाम से फर्जी खाता खुलवाया। बाद में उनकी रजिस्ट्री नहीं हुई और फर्जीवाड़े का शक हुआ।
By Ashutosh GuptaEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Mon, 04 Sep 2023 07:09 PM (IST)
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के संजयनगर सेक्टर 23 में रहने वाले एक व्यक्ति से दो लोगों ने मकान बेचने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर 49.45 लाख रुपये हड़प लिए। साथ ही उनके भाई से भी 20 लाख रुपये उधार ले लिए।
पैसे वापस मांगने पर आरोपित जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित ने मामले में दो आरोपितों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़ित संदीप रूहेला का कहना है कि उनकी जान-पहचान प्रॉपर्टी कारोबारी गुलशन कुमार चौहान से थी। गुलशन ने स्वर्ण जयंती पुरम में एक मकान बिकाऊ होने की बात कहते हुए उनकी मुलाकात सुमित कुमार त्यागी से कराई।
50 लाख में हुआ था सौदा
यह मकान कानपुर के अनिल कुमार का था। आरोप है कि आरोपितों ने अनिल कुमार की जगह किसी दूसरे व्यक्ति को अनिल के रूप में खड़ा कर उनकी मुलाकात कराई। इसके बाद उनके बीच 50 लाख रुपये में मकान का सौदा हो गया और इकरारनामा भी हस्ताक्षर कर लिया गया। उन्होंने इसकी एवज में दोनों को 49.45 लाख रुपये का भुगतान विभिन्न माध्यमों से कर दिया।जीडीए का दिया फर्जी लेटर
आरोपितों ने उन्हें मूल दस्तावेजों की फोटो कापी भी दी। आरोपितों ने उन्हें जीडीए का एक फर्जी लेटर भी दिया और अनिल कुमार के नाम से फर्जी खाता खुलवाया। बाद में उनकी रजिस्ट्री नहीं हुई और शक हुआ तो उन्होंने जीडीए में जानकारी की। वहां से पता चला कि कोई लेटर जीडीए ने जारी नहीं किया है और आरोपितों ने मूल आवंटी के स्थान पर किसी फर्जी व्यक्ति को खड़ा किया है।
फर्जीवाड़े का पता चलने के बाद उन्होंने पैसे वापस मांगे तो आरोपितों ने जान से मारने की धमकी दी और अपने को समाजवादी पार्टी का नेता बताया। एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव का कहना है कि मामले में दो लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।