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Ghaziabad Pollution: गाजियाबाद की हवा देश में सबसे ज्यादा खराब, जानें दूसरे नंबर पर कौन सा शहर

Ghaziabad Air Pollution गाजियाबाद शहर पूरे देश में सबसे प्रदूषित वाला जिला बन गया है। यहां पर लगातार तीन दिन से हवा खराब है। यहां का एक्यूआई 275 दर्ज किया गया। वहीं दूसरे स्थान की बात करें तो ग्रेटर नोएडा रहा। यहां का एक्यूआई 271 दर्ज किया गया। यूपीपीसीबी जीडीए नगर निगम यातायात विभाग समेत जिले के 20 से अधिक विभाग भी प्रदूषण को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Thu, 26 Sep 2024 08:10 AM (IST)
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Ghaziabad News: देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बना ग्रेटर नोएडा। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। पिछले तीन दिनों से जिले में वायु प्रदूषण सबसे खराब श्रेणी में था। देश के 243 शहरों में बुधवार को गाजियाबाद सबसे प्रदूषित रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 275 दर्ज किया गया। यह पहली बार नहीं है कि गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा है।

इसके बाद भी संबंधित विभाग के अधिकारी मौन हैं। जमीन पर कोई काम नहीं है। ग्रेटर नोएडा 271 इकाइयों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी), जीडीए, नगर निगम, परिवहन विभाग समेत जिले के 20 से अधिक विभाग प्रदूषण के बढ़ते स्तर को नहीं रोक पा रहे हैं।

 सड़कों पर धूल उड़ने से रोकने के लिए नहीं हो रहा छिड़काव

सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर सारी योजनाएं बनाने का दावा करते हैं, लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही बयां करती है. नगर निगम, जीडीए (GDA News) और पीडब्ल्यूडी (PWD News) की जिम्मेदारी है कि वे अपने-अपने क्षेत्र की सड़कों पर धूल उड़ने से रोकने के लिए पानी का छिड़काव करें।

यह विभाग छिड़काव करने का दावा करता है, लेकिन छिड़काव नहीं हो रहा है और सड़कों पर धूल उड़ रही है। जिला प्रशासन और यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी अवैध फैक्ट्रियों को बंद कराने की बात कर रहे हैं।

कई जगह चल रही अवैध फैक्ट्रियां

इसके बाद भी लोनी, भोपुरा, साहिबाबाद समेत कई इलाकों में अवैध फैक्ट्रियां चल रही हैं। विभागीय अधिकारियों द्वारा ऐसे सभी कारकों को चिन्हित कर लिया गया है जो प्रदूषण का मुख्य कारण हैं।

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