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गाजियाबाद बस अड्डा मार्च 2026 तक बनकर होगा तैयार, जानिए क्या-क्या होंगी सुविधाएं

गाजियाबाद बस अड्डा मार्च 2026 तक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हो जाएगा। पीपीपी मोड में बनने वाले इस बस अड्डे का निर्माण कार्य ओमेक्स प्राइवेट लिमिटेड कर रही है। बस अड्डे पर बड़ी एलईडी स्क्रीन विश्रामालय यात्री हाल वाई-फाई दुकानें और कैंटीन जैसी सुविधाएं होंगी। कौशांबी बस अड्डे का निर्माण भी पीपीपी मोड पर होना है लेकिन जमीन की समस्या के कारण निर्माण कार्य अटका हुआ है।

By Rahul Kumar Edited By: Sonu Suman Updated: Mon, 09 Sep 2024 10:31 PM (IST)
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गाजियाबाद बस अड्डा मार्च 2026 तक पूरी तरह से बनकर तैयार होगा।

राहुल कुमार, गाजियाबाद। गाजियाबाद बस अड्डा मार्च 2026 तक पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगा। अभी जब यात्री यहां पहुंचते हैं तो उन्हें केवल चारदीवारी और बैठने के लिए टिनशेड दिखाई देता है, लेकिन निर्माण के बाद यहां सभी सुविधाएं हवाई अड्डे की तर्ज पर मिलेंगी। बस अड्डा पूरी तरह से अत्याधुनिक होगा। इसके लिए कंपनी ने निर्माण कार्य तेज कर दिया है। पिलर व स्ट्रक्चर तैयार करने का कार्य किया जा रहा है।

गाजियाबाद बस अड्डे का निर्माण पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के अंतर्गत किया जा रहा है। ओमेक्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बस अड्डे का निर्माण 61 करोड़ रुपये से करेगी। शुरूआत में कंपनी को मार्च 2025 तक निर्माण कार्य पूरा करना था। कंपनी भी बस अड्डे का निर्माण शुरू करने के लिए करीब आठ पहले आ गई थी। लेकिन यहां से संचालित करीब 59 बसों को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया गया। इससे निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था।

कंपनी पिलर-स्ट्रक्चर बनाने के साथ ही निर्माण कार्य

बसों को पूरी तरह अभी तक भी शिफ्ट नहीं किया है। अधिकारियों ने एक माह पहले केवल निर्माण कार्य शुरू करने के लिए डिपो का आधे से अधिक हिस्सा खाली करा दिया। अब केवल एक साइड में ही बसों को खड़ा किया जा रहा है। कंपनी ने लोहे के पिलर और स्ट्रक्चर बनाने के साथ ही निर्माण कार्य तेजी से शुरू कर दिया है। अधिकारियों का दावा है कि करीब डेढ़ वर्ष में निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

अत्याधुनिक बस अड्डा में ये होंगी सुविधाएं

अत्याधुनिक बस अड्डा बनने पर यहां यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं रहेंगी। बस देखने के लिए बड़ी एलईडी स्क्रीन लगेंगी। यात्री स्क्रीन पर अपने शहर की बस चलने का समय देख सकेंगे। यात्रियों को ठहरने के लिए विश्रामालय व बैठने के लिए यात्री हाल की समुचित व्यवस्था होगी। साथ ही बेहतर कनेक्टिविटी के लिए वाई-फाई भी लगेगा। यहां विभिन्न तरह के आउटलेट्स की सुविधा भी रहेगी। इसके लिए दुकानें बनाई जाएंगी।

कैंटीनों का एक साल का ठेका होगा रद्द

बस अड्डा पर चार कैंटीन संचालित हो रही थीं। कैंटीन का ठेका तीन वर्ष के लिए था। अभी दो वर्ष ही पूरे हुए हैं। इनमें से दो कैंटीन को तोड़ दिया गया है। बची हुई कैंटीन संचालकों ने बताया कि अधिकारियों ने कैंटीन हटाने के लिए कह दिया है। बचे हुए एक वर्ष का ठेका निरस्त किया जाएगा।

कौशांबी बस अड्डे का निर्माण अटका

कौशांबी बस अड्डा का भी पीपीपी मोड पर निर्माण होना है। इसके लिए भी ओमेक्स कंपनी से ही समझौता हुआ है। कंपनी 266 करोड़ से बस अड्डा का निर्माण करेगी। कंपनी द्वारा बसों को शिफ्ट करने के लिए लगातार कहा जा रहा है, लेकिन अधिकारियों को जमीन नहीं मिल रही है। इससे कौशांबी बस अड्डा का निर्माण भी अटका हुआ है। कौशांबी डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक शिव बालक का कहना है कि बसों का संचालन करने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है।

निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। निर्धारित समय तक कंपनी निर्माण कार्य पूरा करेगी। जल्द ही यहां से बसों को पूरी तरह से साहिबाबाद बस अड्डे पर शिफ्ट कर दिया जाएगा। - सीमा शिवहरे, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, गाजियाबाद डिपो।

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