Ghaziabad Crime: दिनदहाड़े हुई कार लूट का पर्दाफाश, हिस्ट्रीशीटर समेत दो बदमाश पकड़े गए
सुमित फिलहाल फरार है। चारों में दोस्ती है। कार लूट की वारदात का मास्टरमाइंड सुनील है। यह भोजपुर थाने से हिस्ट्रीशीटर है। आरोपितों ने मिलकर कार लूट की योजना तैयार की। जिसमें सुमित और अनुज बाइक से अबलपुर रजवाहे पर पहुंचे। उनके हाथ में तमंचे भी थे। जबकि सुनील व जितेंद्र पास में ही खड़े होकर निगरानी कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। फरीदनगर-पिलखुवा मार्ग पर अबलपुर रजवाहे के निकट 24 जून को हुई दिनदहाड़े कार लूट की वारदात का भोजपुर पुलिस ने रविवार को पर्दाफाश कर दिया। चार आरोपितों ने वारदात को अंजाम दिया। इनमें दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों की निशानदेही पर लूटी गई कार भी बरामद कर ली गई है। आरोपित लूट की कार से किसी अन्य वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। दोनों आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव जोया का सुनील व जितेंद्र हैं। इनके दो साथी बुलंदशहर के खुर्जा नगर का सुमित और हापुड़ के पिलखुवा का अनुज हैं। अनुज दो दिन पहले ही हापुड़ पुलिस ने बाइक चोरी के आरोप में जेल भेजा।
सुनील है कार लूट की वारदात का मास्टरमाइंड
सुमित फिलहाल फरार है। चारों में दोस्ती है। कार लूट की वारदात का मास्टरमाइंड सुनील है। यह भोजपुर थाने से हिस्ट्रीशीटर है। आरोपितों ने मिलकर कार लूट की योजना तैयार की। जिसमें सुमित और अनुज बाइक से अबलपुर रजवाहे पर पहुंचे। उनके हाथ में तमंचे भी थे। जबकि सुनील व जितेंद्र पास में ही खड़े होकर निगरानी कर रहे थे।
लूट करने के बाद आरोपित कार को बुलंदशहर ले गए। रास्ते में उन्होंने कार की नंबर प्लेट उतार दी, जिससे रास्ते में कार को ना पहचाना जा सके। इसके बाद चारों बुलंदशहर में ही रहने लगे। पुलिस ने तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले। मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व मेनुअल इनपुट पर काम करते हुए पुलिस आरोपितों तक पहुंची।
हापुड़ जिले से आरोपित निकाल ले गए लूट की कार
लूट की सूचना पर भोजपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की तो पता चला कि कार लूटकर बदमाश पिलखुवा की तरफ फरार हुए हैं। भोजपुर पुलिस ने हापुड़ पुलिस से संपर्क कर लूट की बात बताई। जिसके बाद हापुड़ पुलिस को चेकिंग कराई जानी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बदमाश बेखौफ तरीके से लूट की कार को हापुड़ में घुमाते रहे। इसके बाद हापुड़ को पार कर कार बुलंदशहर तक ले गए। यदि उसी दिन चेकिंग शुरू कराकर पुलिस कार की तलाश करती तो तभी बदमाश उनके हत्थे चढ़ जाते।