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गाजियाबाद में आशियाना बसाने का सुनहरा मौका, नई टाउनशिप ला रहा GDA, योजना में खर्च होंगे 15 हजार करोड़ रुपये

Harnandipuram Housing Project अगर आप गाजियाबाद में अपना आशियाना बसाना चाह रहे हैं तो जीडीए आपके लिए सुनहरा मौका ला रहा है। जीडीए ने आखिरी बार 2004 में एक आवासीय योजना विकसित की थी जिसे मधुबन बापूधाम आवासीय परियोजना कहा जाता है। अब हरनंदीपुरम नाम से करीब 15 हजार करोड़ रुपये की नई टाउनशिप विकसित की जाएगी। इसके लिए जल्द काम शुरू होगा।

By Shahnawaz Ali Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Wed, 25 Sep 2024 08:14 AM (IST)
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हरनंदीपुरम आवास परियोजना पर जल्द शुरू होगा काम। फोटो- जागरण अर्काइव

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। GDA Housing Scheme : नई टाउनशिप हरनंदीपुरम बसाने के लिए जीडीए अधिकारियों के साथ वीसी अतुल वत्स ने बैठक की, जिसमें टाउनशिप की बाउंड्रीवाल का निर्धारण किया गया। बाउंड्रीवाल के भीतर आने वाली जमीन के काश्तकारों, गाटा, खतौनी की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रॉपर्टियों की होगी यूनिक आईडी

एक हफ्ते में शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी, जहां से मंजूरी होने पर टाउनशिप को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया आरंभ होगी। हरनंदीपुरम नाम से करीब 15 हजार करोड़ रुपये की नई टाउनशिप विकसित की जाएगी। इसके लिए जीडीए ने सेटेलाइट के माध्यम से चिह्नित क्षेत्र का रैपिड सर्वे कराया जा रहा है।

मंगलवार को जीडीए वीसी अतुल वत्स ने ने अधिकारियों के साथ अपने कार्यालय में बैठक की। उन्होंने बताया कि टाउनशिप को विकसित करने के लिए बाउंड्रीवाल का निर्धारण कर लिया गया है। इस बाउंड्रीवाल में विद्युत निगम का सब स्टेशन से होकर गुजर रही हाइटेंशन लाइन के नीचे और आसपास पार्क व ग्रीन बेल्ट विकसित की जाएगी।

दो दिन में दी जाएगी किसानों की सूची

टाउनशिप में करीब 30 हेक्टेयर में फैले हुए हैं। ऐसे में जीडीए इस पूरी जमीन पर पार्क विकसित किया जाएगा। इससे भविष्य में अवैध कॉलोनी नहीं काटी जा सकेगी। बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अगले दो दिन में किसानों की सूची, भूमि गाटा संख्या और संपूर्ण क्षेत्रफल का डाटा तैयार कर रिपोर्ट दें।

उन्होंने बताया कि एक सप्ताह में रिपोर्ट तैयार कर इसे मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण एवं नए शहर प्रोत्साहन योजना के तहत शासन को जाएगी। इसकी मंजूरी के बाद आगे की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। भूमि अधिग्रहण और किसानों की सहमति से जमीन ली जाएगी।

गहराई वाली भूमि पर तालाब भी होंगे विकसित

जीडीए वीसी अतुल वत्स ने बताया कि जहां ईंट भट्ठों की वजह से भूमि से मिट्टी अधिक मात्रा में निकाली गई है। यह जमीन काफी गहराई में पहुंच गई है। ऐसी कुछ जगह तालाब भी विकसित किए जाएंगे। ताकि जलस्तर में बढ़ोतरी हो सके। इसमें से और मिट्टी निकलवाकर दूसरी गहरी जगह डलवाई जाएगी। ताकि वह समानांतर हो सकें।

शमशान घाट, कब्रिस्तान और देवस्थान दर्शाए जाएंगे

हरनंदीपुरम टाउनशिप की सर्वे शीट तैयार की जा रही है। इसमें देवस्थान, शमशान और कब्रिस्तान को विधिवित रूप से दर्शाया जाएगा। भूमि अधिग्रहण के बाद इसे विस्तारीकरण योजना के तहत इनको लेकर किसी तरह का विवाद न हो। यह नक्शे पर पूरी तरह दिखाई दे। बता दें कि पूर्व की योजनाओं में प्लॉट के निकट शमशान, कब्रिस्तान के मामले में इस तरह के विवाद सामने आए हैं।