Rapidx Inauguration: PM मोदी के रहने तक गाजियाबाद शहर में बिना ट्रिपिंग होगी बिजली की आपूर्ति, टीम गठित
Rapidx Inauguration गाजियाबाद शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रहने तक बिना ट्रिपिंग के विद्युत आपूर्ति होगी। बिजली आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। किसी भी समस्या से निपटने के लिए टीम बनाकर ड्यूटी लगाई गई है। फाल्ट या अन्य कोई भी समस्या होने तत्काल संबंधित अधिकारी को सूचना देंगे और उसका समाधान करेंगे।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्रधानमंत्री मंत्री नरेन्द्र मोदी कल शुक्रवार को साहिबाबाद से रैपिडएक्स का शुभारंभ करने पहुंचेंगे। वसुंधरा में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। शहर में प्रधानमंत्री के रहने तक बिना ट्रिपिंग के विद्युत आपूर्ति होगी।
इसके लिए विद्युत निगम ने क्षेत्रवार विशेष टीम भी गठित की हैं। टीम के अलावा वसुंधरा में एक से दो किलोमीटर की दूरी पर विद्युत कर्मी तैनात रहेंगे। फाल्ट या अन्य कोई भी समस्या होने तत्काल संबंधित अधिकारी को सूचना देंगे और उसका समाधान करेंगे।
विद्युत निगम के मुख्य अभियंता नीरज स्वरूप का कहना है कि बिजली आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। किसी भी समस्या से निपटने के लिए टीम बनाकर ड्यूटी लगाई गई है। सभी अपने-अपने क्षेत्र में तैनात रहकर वहां की विद्युत व्यवस्था को सुचारू रखेंगे।
यात्रियों को रैपिडएक्स की तकनीक को समझाएगा स्टाफ
देश की पहली रैपिडएक्स की तकनीक भी अन्य ट्रेनों से अलग है। प्रारंभ में यात्रियों को की तकनीक को समझाने में थोड़ी परेशानी हो सकती है। ऐसे में रैपिडएक्स का स्टाफ यात्रियों को यात्रा के दौरान काम में आने वाली हर तकनीक के बारे में बताएगा। रैपिडएक्स पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई के लिए चलाई जा रही है। ऐसे में मुरादनगर, मोदीनगर, दुहाई के ग्रामीणांचल में रहने वाले लोगों को इसका फायदा मिलेगा।
यात्रियों के लिए रैपिडएक्स की तकनीक को समझाने के लिए रैपिडएक्स स्टाफ तैनात रहेगा। उन्हें ट्रेन का गेट खोलने के लिए बटन, ट्रेन चला रहे पायलट को सूचना देने का विकल्प और इमरजेंसी बटन आदि के बारे में बताया जाएगा। यात्रा करते करते समय उसकी स्पीड के बारे में यात्री पता कर सकेंगे।
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यात्रा के दौरान तबीयत खराब होने पर प्राथमिक उपचार लेने और रैपिडएक्स में मरीज को किस तरह ले जाना है उसके बारे में विस्तार से बताया जाएगा। ट्रेन से टिकट लेने, मासिक पास बनवाने आदि की जानकारी दी जाएगी। हालांकि कुछ तकनीक मेट्रो से मिलती जुलती है। जिस वजह से यात्रियों को ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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दो माह के बाद नहीं मिलेगा सामान
यदि किसी का सामान खो जाता है तो वह उसे दो माह तक आकर ले सकता है। दो माह तक स्टेशन खोया-पाया केंद्र पर रखा रहेगा। दो माह के बाद सामान को वहां से हटा दिया जाएगा। सामान लेने के लिए उसका प्रमाण भी देना होगा।