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गर्मी का कहर: गाजियाबाद में छह दिन में 67 लोगों की मौत, 10 की ही मिली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

Ghaziabad Heatwave Deaths गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी में विगत छह दिन में बुखार के 1468 और हीट स्ट्रोक के 324 मरीज पहुंचे। इनमें 100 से अधिक बच्चे शामिल हैं। संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में इस अवधि में बुखार के 300 और हीट स्ट्रोक के 45 मरीज पहुंचे हैं। हीट वेव वार्ड में कई मरीज टायफायड के भी भर्ती हैं।

By Madan Panchal Edited By: Abhishek Tiwari Published: Sun, 23 Jun 2024 11:37 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jun 2024 11:37 AM (IST)
अब तक डेथ ऑडिट में लू लगने से दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई।

मदन पांचाल, गाजियाबाद। पोस्टमॉर्टम करने वाले चिकित्सक और पोस्टमॉर्टम हाउस की देखभाल करने वाला भी स्वास्थ्य विभाग, लेकिन छह दिन में 67 लोगों की मौत होने के बाद भी डेथ ऑडिट समिति को केवल 10 लोगों की ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली है।

ऐसे में डेथ ऑडिट समिति की जांच ठंडे बस्ते में चली गई है। कई दिन से समिति पुलिस से पंचनामे की और पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट मांग रही है। अब तक मिली 10 रिपोर्ट के आधार पर किए गए डेथ ऑडिट में लू लगने से दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

इनमें एक खोड़ा के अंशुमन त्रिपाठी और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। पिछले 24 घंटे में जिला एमएमजी अस्पताल में एक नौ माह के बच्चे समेत पांच लोगों की मौत हुई है।

सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि 65 वर्षीय रमेश यादव, 34 वर्षीय सुरेंद्र राठौर को 21 जून की रात्रि में इमरजेंसी में मृतावस्था में लाया गया। 19 जून को भर्ती किए गए 20 वर्षीय अज्ञात युवक की भी 21 जून की रात्रि में उपचार के दौरान मौत हो गई।

स्वजन को सौंपे गए दोनों शव

22 जून को नौ माह के तुषार और 65 वर्षीय चंद्रपाल सिंह को मृतावस्था में लाया गया। इन दोनों के शव स्वजन को सौंप दिए गए हैं। गर्मी में सरकारी अस्पतालों में लाए गए मृतावस्था में लोगों की जांच तेज हो गई है। उपचार के दौरान हुई मौतों का चिकित्सकों के तीन सदस्यीय डेथ ऑडिट समिति द्वारा धीमी गति से किया जा रहा है। इनमें कुछ ज्ञात तो कुछ अज्ञात लोग शामिल हैं।

जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि डेथ ऑडिट समिति ने पुलिस से पंचायतनामे के साथ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मांगी है, हालांकि अधिकारी इन मौतों को गर्मी से न बताकर अन्य कारणों से बता रहे हैं। केवल दो लोगों की लू लगने से मौत की पुष्टि की गई है।

जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस द्वारा जारी रिपोर्ट

  • 17 जून को 10 लोगों को मृतावस्था में लाया गया और छह मरीजों की उपचार के दौरान मौत हुई।
  • 18 जून को नौ लोगों को मृतावस्था में लाया गया और नौ मरीजों की उपचार के दौरान मौत हुई।
  • 19 जून को 10 लोगों को मृतावस्था में लाया गया और एक मरीज की उपचार के दौरान मौत हुई।
  • 20 जून को आठ लोगों को मृतावस्था में लाया गया और चार मरीजों की उपचार के दौरान मौत हुई
  • 20 जून को संयुक्त अस्पताल में चार लोगों की मौत हुई
  • 21 जून को दो लोगों को मृतावस्था में लाया गया और उपचार के दौरान तीन लोगों की मौत हुई है।
  • 22 जून को नौ महीने के बच्चे समेत दो को इमरजेंसी में मृतावस्था में लाया गया।

पिछले छह दिन में इमरजेंसी में मृतावस्था में पहुंचे लोगों का डेथ ऑडिट तेज कर दिया गया है। डेथ आडिट समिति में शामिल में डॉ. आलोक रंजन, डॉ.एके विश्वकर्मा और ईएमओ डॉ. शैलेंद्र सिंह ने 17 से लेकर 22 जून तक के मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अलावा पंचायतनामें की रिपोर्ट भी मांगी है।

दोनों रिपोर्ट के आधार पर जांच करते हुए मौत का अंतिम कारण पता कर रहे हैं। रिपोर्ट समय से उपलब्ध न होने के चलते आडिट लंबित हैं। अभी तक 10 प्रकरण की जांच के बाद एक युवक और एक अज्ञात व्यक्ति की मौत की पुष्टि लू लगने से हुई है।

शनिवार को मृतावस्था में चार लोगों को लाया गया। एक की उपचार के दौरान मौत हुई है। पानी की कमी महसूस हाेने ,पैरों में दर्द होने,और चक्कर आने पर तुरंत नजदीकी चिकित्सालय में दिखाए और अपने स्वास्थ्य के साथ लापरवाही न बरतें। घर पर चीनी, पानी और नमक का घोल पीना चाहिए। ताजा फल,सब्जी और खाना ही खाएं।

- डॉ. राकेश कुमार सिंह, सीएमएस जिला एमएमजी अस्पताल


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