गजब व्यवस्था: मेयर के बिना हस्ताक्षर ही उन्हीं के हाथों बंटवा दिए प्रशस्ति पत्र, अब वापस लेकर कराएंगे साइन
गाजियाबाद नगर निगम की ओर से सोमवार को नेहरू नगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के मद्देनजर आयोजित एक कार्यक्रम में कर्मचारियों को मेयर के बिना साइन किए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस मामले में नगर आयुक्त ने बताया कि अब प्रशस्ति पत्रों को कर्मचारियों से वापस लेकर महापौर के हस्ताक्षर कराकर दिया जाएगा।
By Abhishek SinghEdited By: Nitin YadavUpdated: Tue, 26 Sep 2023 09:58 AM (IST)
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। गाजियाबाद नगर निगम की ओर से सोमवार को नेहरू नगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के मद्देनजर आयोजित एक कार्यक्रम में कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस प्रशस्ति पत्र पर नगर आयुक्त के तो हस्ताक्षर थे, लेकिन महापौर सुनीता दयाल से हस्ताक्षर नहीं कराए गए। महापौर के बिना हस्ताक्षर वाले प्रशस्ति पत्र महापौर के हाथों ही कर्मचारियों को वितरित किए गए।
प्रशस्ति पत्र वापस लेकर कराएंगे मेयर के हस्ताक्षर: नगर आयुक्त
सवाल उठाने वाले जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यदि महापौर के हस्ताक्षर नहीं कराने थे तो उनका पदनाम ही प्रशस्ति पत्र पर नहीं लिखा जाना चाहिए था। उधर, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक का कहना है कि कार्यक्रम रविवार की देर रात को फाइनल किया गया था।ऐसे में तय किया गया था कि प्रशस्ति पत्र पर महापौर के हस्ताक्षर कार्यक्रम स्थल पर ही करा लिए जाएंगे, इसके बाद उनका वितरण किया जाएगा। कार्यक्रम शाम चार बजे शुरू हुआ, महापौर 20 मिनट बाद कार्यक्रम में पहुंचीं। इस वजह से उनके हस्ताक्षर नहीं हो सके, ऐसे में तय किया गया कि पहले प्रशस्ति पत्र दे दिया जाए बाद में उसको वापस लेकर उन पर महापौर के हस्ताक्षर करा लिए जाएंगे। इस संबंध में नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश भी दिए गए हैं।
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गाजियाबाद को देश में नंबर एक बनाने की अपील
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने नगर निगम के कर्मचारियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि उनकी वजह से ही स्वच्छता के मामले में प्रदेश में नंबर एक है, अब इसे देश में नंबर एक बनाना है।
नगर आयुक्त ने बताया कि सोमवार से स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा का आयोजन 15 सितंबर से शुरू हुआ है, जो कि दो अक्टूबर तक चलेगा। जिसके क्रम में सोमवार को सफाई कर्मचारियों और मालियों को प्रशिक्षण दिया गया और शहर हित में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को लेकर उनकी सराहना की गई।इस दौरान कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच भी की गई। जिससे कि वे स्वस्थ रहें। इसके अलावा प्रत्येक जोनल कार्यालय में एक बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें प्रत्येक माह बेहतर कार्य करने वालों का नाम लिखकर उनका उत्साह बढ़ाया जाएगा। महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि उनको विश्वास है कि यदि सफाई कर्मचारी ठान लें तो शहर स्वच्छ रहेगा, उन्होंने कार्य के प्रति ईमानदार रहने की अपील की है।
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