Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

गाजियाबाद में नई टाउनशिप बना रहा GDA, प्रॉपर्टियों की होगी यूनिक आईडी; एक क्लिक पर मिलेगी सारी जानकारी

गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) राजनगर एक्सटेंशन के पास 541 हेक्टेयर में हरनंदीपुरम नाम की नई टाउनशिप विकसित करने की योजना बना रहा है। इस टाउनशिप में प्रॉपर्टियों की यूनिक आईडी होगी और जीडीए एक एप्लीकेशन साफ्टवेयर तैयार करेगा जिससे आवंटियों को उनकी प्रॉपर्टी की जानकारी आसानी से मिल सकेगी। टाउनशिप में सेक्टर आवासीय व्यावसायिक और औद्योगिक पॉकेट विकसित किए जाएंगे।

By Shahnawaz Ali Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 03 Sep 2024 11:42 AM (IST)
Hero Image
पीले घेरे में हरनंदीपुरम का प्रस्तावित हिस्सा। फोटो सौ. जीडीए

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जीडीए बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद अब प्राधिकरण राजनगर एक्सटेंशन के पास 541 हेक्टेयर में हरनंदीपुरम नाम की टाउनशिप विकसित करने में जुटा है। नई टाउनशिप हरनंदीपुरम में प्रॉपर्टियों की यूनिक आईडी तैयार होगी।

जीडीए एक एप्लीकेशन साफ्टवेयर तैयार कराएगा। जिससे एक क्लिक पर आवंटी की प्रॉपर्टी की तमाम जानकारी आसानी से मिल सकेगी। जीडीए टाउनशिप के लिए चिह्नित क्षेत्र का सैटेलाइट और ड्रोन सर्वे करा रहा है। इसके पूरा होने के बाद टाउनशिप की आउटर बाउंड्री को चिह्नित करने का कार्य किया जाएगा।

टाउनशिप में बनेंगे सेक्टर 

टाउनशिप में सेक्टर बनाए जाएंगे, जिसमें आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक पॉकेट भी विकसित करने की योजना है। ग्रीन बेल्ट के अलावा पार्क आदि भी विकसित किए जाएंगे। इसमें आठ गांव के कुल क्षेत्रफल 541.65 हेक्टेयर भूमि को शामिल किया जाएगा।

ये भी पढ़ें-

GDA Housing Scheme: गाजियाबाद के इंदिरापुरम में घर बनाने का सुनहरा मौका, दीवाली पर आएगी स्कीम

आठ गांव में चिह्नित की गई जमीन

इसके लिए नगला फिरोजपुर की 247.84 हेक्टेयर, शमशेर की 123.97, चंपतनगर की 39.25, शाहपुर निज मोरटा की 54.20, भोवापुर की 53.26, भनैड़ा खुर्द की 11.83, मथुरापुर की 8.72 और मोरटा की 2.58 हेक्टेयर भूमि चिह्नित की गई है।

टाउनशिप की भूमि का चकबंदी निरीक्षक और लेखपाल बारीकी से इस बात का भी निरीक्षण करेंगे कि खसरा या गाटा संख्या पर किसी तरह का कोई विवाद तो नहीं है। जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि योजना धरातल पर लाने के लिए कंसलटेंट नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। इस कार्य को कुछ ही दिन में कर लिया जाएगा।

यूनिट आईडी के लिए जीडीए की ओर से एप्लीकेशन साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है, जिसमें यूनिक आईडी से प्रॉपर्टी की पूरी जानकारी मिल सकेगी। -राजेश कुमार सिंह, जीडीए सचिव