Ghaziabad: ऑटो चालक की पुलिस की पिटाई से मौत के मामले में नया मोड़, घायल साइकिल सवार ने अस्पताल में तोड़ा दम
गाजियाबाद के ऑटो चालक की पुलिस की पिटाई से हुई मौत के मामले में नया मोड़ सामने आया है। इंदिरापुरम में पुलिस की पिटाई से आटो चालक धर्मपाल यादव की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। हादसे में घायल साइकिल सवार की भी मौत हो गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। इंदिरापुरम में पुलिस की पिटाई से आटो चालक धर्मपाल यादव की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है। हादसे में घायल साइकिल सवार की बृहस्पतिवार शाम को मौत हो गई है। उसके जीजा की तहरीर पर मृत धर्मपाल यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई थी। उस पर लापरवाही पूर्वक तेज गति में आटो चलाने का आरोप है। हालांकि उसकी मौत हो जाने के कारण यह मुकदमा समाप्त हो जाएगा।
ग्राम अमरोली रतनपुर थाना अलीगंज जिला एटा के जवर सिंह के अनुसार, छिजारसी के जगत सिंह उनके साले थे। वह कनावनी पुश्ता रोड पर पूड़ी की ठेली लगाते थे। आठ जनवरी की रात करीब 10 बजे वह साइकिल से घर जा रहे थे। रास्ते में कनावनी पुश्ता रोड पर शनि मंदिर के पास धर्मपाल यादव ने लापरवाही पूर्वक व तेज गति से आटो चलाकर उन्हें टक्कर मार दी थी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। बृहस्पतिवार शाम करीब चार बजे उनकी मौत हो गई।
शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को गृह जनपद ले गए। जगत सिंह की मौत से यह साफ हो गया कि हादसा बड़ा था। उसे अधिक चोट आई थी। इससे इस बात को भी बल मिलेगा कि धर्मपाल को भी हादसे में ही चोट आई रही होगी।
धर्मपाल की मौत के बाद दी तहरीर
धर्मपाल यादव के खिलाफ 10 जनवरी को रिपोर्ट दर्ज हुई है। उसके मुताबिक जवर सिंह ने 10 जनवरी को ही तहरीर दी। वहीं, इस मामले में कनावनी पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अमित कुमार, सिपाही रविंद्र व दो अन्य सिपाहियों के खिलाफ दर्ज गैरइरादतन हत्या के मुकदमे की जांच लिंक रोड थाना पुलिस ने शुरू कर दी है। पुलिस उपायुक्त ट्रांस हिंडन डा. दीक्षा शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला
ग्राम नागला थाना बांसगांव जिला कासगंज के 28 वर्षीय धर्मपाल यादव यहां कनावनी में किराए पर रहते थे। वह आटो चलाकर अपना जीवनयापन करते थे। आठ जनवरी की रात कनावनी पुश्ता पर उनकी आटो से साइकिल सवार जगत सिंह से टक्कर हो गई थी। पुलिस उन्हें कनावनी पुलिस चौकी लाई थी। रात में एक बजे छोड़ा था। साेमवार सुबह करीब साढ़े छह बजे उनकी मौत हाे गई थी।
स्वजन ने पुलिस की पिटाई से मौत होने का आरोप लगाकर करीब साढ़े आठ घंटे तक प्रदर्शन किया था। मामले में इंदिरापुरम कोतवाली की कनावनी पुलिस चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अमित कुमार, सिपाही रविंद्र व दो अज्ञात सिपाहियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। नौ जनवरी को अमित कुमार निलंबित कर दिए गए थे। सिपाही हरवीर व सतीश लाइन हाजिर किया गया था।