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Ghaziabad: ऑफिस के कर्मचारी ने ही कराई थी 30 लाख की लूट, 4 आरोपित गिरफ्तार; कब्जे से रुपये और तंमचा बरामद

गाजियाबाद के न्यू आर्य नगर में इलेक्ट्रानिक कारोबारी हरसिमरन सलूजा के ऑफिस में हुई 30 लाख रुपये की लूट का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। ऑफिस में तैनात कर्मचारी ने ही लूट की वारदात को अंजाम दिलाया था।

By Ashutosh GuptaEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Thu, 27 Apr 2023 07:14 PM (IST)
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Ghaziabad: ऑफिस के कर्मचारी ने ही कराई थी 30 लाख की लूट, 4 आरोपित गिरफ्तार

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। सिहानी गेट थाना क्षेत्र के न्यू आर्य नगर में इलेक्ट्रानिक कारोबारी हरसिमरन सलूजा के ऑफिस में हुई 30 लाख रुपये की लूट का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। ऑफिस में तैनात कर्मचारी ने ही लूट की वारदात को अंजाम दिलाया था। पुलिस ने कर्मचारी समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूटे गए 23 लाख रुपये, तमंचा, चार किलो गांजा और लूट में प्रयुक्त बाइक बरामद किए हैं।

आरोपितों का एक संदिग्ध साथी अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। पूछताछ में पता चला है कि बदमाशों ने एक दिन पहले भी वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया था। दरवाजे की कुंडी न खुलने से प्रयास विफल हो गया था। घटना वाले दिन कर्मचारी ने कुंडी खोलने में मदद की थी। डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि पकड़े गए आरोपित नंदग्राम का संतोष, प्रिंस, आकाश व टिंकू हैं। संतोष कारोबारी के यहां चपरासी है, जबकि प्रिंस उसका दोस्त है। संतोष पिछले नौ साल से कारोबारी के यहां काम कर रहा है।

बीच में वह डेढ़ साल के लिए काम छोड़कर गया था, लेकिन बाद में वापस आ गया था। लूट की वारदात के लिए संतोष ने प्रिंस के साथ मिलकर साजिश रची थी और प्रिंस ने आकाश को अपने साथ लिया था। संतोष ने सूचना दी थी कि रात के समय कारोबारी के यहां नकदी एकत्र कर लाकर में रखी जाती है। इसके बाद मौके पर प्रिंस व आकाश ने पहुंचकर हथियारों के बल पर लूट की वारदात को अंजाम दिया था।

घटना के समय कर्मचारी संतोष भी ऑफिस में ही था। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने लूट के लिए हापुड़ के कंवल नाम के युवक से संपर्क किया था। उसने ही तमंचे उपलब्ध कराए थे। खाते चेक करने के बाद कारोबारी ने पुलिस को बताया कि लूट 30 लाख रुपये की नहीं बल्कि 23.70 लाख रुपये की हुई थी। वहीं जांच में किसी भी बदमाश का आपराधिक इतिहास सामने नहीं आया है।

मकान पर लिए गए लोन की चुकानी थीं किस्त

एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह का कहना है कि पूछताछ में प्रिंस ने बताया कि उसने कुछ समय पूर्व ही नंदग्राम में एक मकान खरीदा था और इस पर उसने बैंक से लोन लिया था। वह लोन की किस्त नहीं चुका पा रहा था। इसके चलते उसने अपने दोस्त संतोष से जिक्र किया तो उसने लूट की साजिश रची और अन्य साथियों को अपने साथ लिया।

नेपाल से करना था गांजा तस्करी का कारोबार

संतोष मूलरूप से नेपाल का रहने वाला है। लूट की रकम से गांजे की तस्करी का कारोबार करना था। उसके नेपाल में तस्कराें से संपर्क हैं। उसकी योजना थी कि अन्य साथियों को साथ लेकर नेपाल से गांजे की तस्करी कर दिल्ली एनसीआर में खपत की जाएगी और इस धंधे से मोटा मुनाफा कमाया जाएगा।

बाइक की बदलवा दी थी सूरत

आरोपितों ने लूट के बाद बाइक की सूरत बदलवा दी थी। पुलिस से बचने को उन्होंने नंदग्राम में ही बाइक की सीट बदलवाई और बाइक में अन्य कई बदलाव भी करवाए थे। लूट की वारदात का तीन दिन में पर्दाफाश करने पर डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने पुलिस टीम को 50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है। उन्होंने इस कार्य में लगे हुए पुलिसकर्मियों को बधाई भी दी है। सीसीटीवी कैमरों की जांच में सामने आया है कि आफिस में रहकर संतोष ने बदमाशों की इशारों से मदद की थी। उसने हाथ के इशारे से आफिस में भीतर आने का रास्ता दिखाया और लाकर तक ले गया था।