गाजियाबाद में खुदकुशी करने जा रही थी 14 साल की लड़की, तभी फरिश्ता बनकर आई पुलिस और फिर...
डायमंड आरओबी पर उन्होंने देखा कि एक करीब 14 वर्षीय किशोरी आरओबी पर तेजी से दौड़ लगा रही है और उसके पीछे एक छोटा बच्चा चिल्लाता हुआ दौड़ रहा है। शक होने पर फारूख ने बाइक पुल के उपर साइड में खड़ी की और दौड़कर तुरंत लड़की के पास पहुंचे। किशोरी ने पुल के ऊपर से छलांग लगा दी। मामला कविनगर थाना क्षेत्र का है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। कविनगर थाने में तैनात हैड कांस्टेबल फारूख अहमद ने शुक्रवार रात सजगता का परिचय देते हुए एक किशोरी को आत्महत्या करने से बचा दिया। किशोरी डायमंड रेलवे ओवर ब्रिज से नीचे कूदने का प्रयास कर रही थी।
डीसीपी ने फारूख को दस हजार रुपये का इनाम दिया है। पुलिस का कहना है कि किशोरी पढ़ाई को लेकर स्वजन की डांट से नाराज थी। इसलिए आत्महत्या करने जा रही थी। शुक्रवार रात करीब साढ़े आठ बजे कविनगर थाने में तैनात हैड कांस्टेबल डयूटी के बाद घर जा रहे थे।
डायमंड आरओबी पर रात करीब साढ़े आठ बजे की घटना
डायमंड आरओबी पर उन्होंने देखा कि एक करीब 14 वर्षीय किशोरी आरओबी पर तेजी से दौड़ लगा रही है और उसके पीछे एक छोटा बच्चा चिल्लाता हुआ दौड़ रहा है। शक होने पर फारूख ने बाइक पुल के उपर साइड में खड़ी की और दौड़कर तुरंत लड़की के पास पहुंचे। किशोरी ने पुल के ऊपर से छलांग लगा दी।
तभी फारूख ने साहस का परिचय देते हुए अपनी सूझबूझ से तुरंत लड़की का हाथ पकड़ कर उसकी जान बचायी। लोगों के सहयोग से किशोरी को सकुशल बचाकरउसके स्वजन को सूचना दी और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी सूचित किया।
हैड कांस्टेबल फारूख ने मानवता और सजगता का परिचय देते हुए किशोरी की जान बचाई है। इसलिए उसका उत्साहवर्द्धन के लिए इनाम दिया गया है।
ज्ञानन्जय सिंह, डीसीपी सिटी