गाजियाबाद पुलिस ने मृतक को भेजा शांतिभंग का नोटिस, मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने का दिया आदेश
गाजियाबाद पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सदर सीट के लिए होने वाले विधानसभा उपचुनाव में शांतिभंग की आशंका को लेकर पुलिस ने मुचलका पाबंद करने की कार्रवाई की। हैरानी की बात यह है कि पुलिस ने एक मृत व्यक्ति को मुचलका पाबंद कर दिया। स्वजन की शिकायत के बाद एसीपी कोतवाली ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद सदर सीट के लिए होने वाले विधानसभा उपचुनाव में शांतिभंग की संभावना वाले लोगों को पुलिस मुचलका पाबंद कर रही है। ऐसे ही एक मामले में विजय नगर पुलिस ने मृतक के नाम ही मुचलका पाबंद की कार्रवाई कर दी। स्वजन की शिकायत पर एसीपी कोतवाली ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
सिद्धार्थ विहार निवासी मुकेश का सात जुलाई 2024 को देहांत हो चुका है। इस संबंध में 14 अगस्त 2024 को मृत्यु प्रमाण-पत्र भी जारी हो चुका है। उनके घर पुलिस का एक नोटिस आया जिसमें मुकेश को मुचलका पाबंद करते हुए संबंधित कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होने के लिए आदेशित किया हुआ था।
दोषी पुलिसकर्मी पर होगी कार्रवाई
मृतक के नाम मुचलका पाबंद करने का पता चलने पर पुलिस में हड़कंप मच गया। एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।पिस्टल के बल पर कारोबारी ने अगवा करने का आरोप लगाया
सिहानी गेट थाना क्षेत्र के एक कारोबारी को साथी के साथ पिस्टल के बल पर अगवा करने और 10 लाख रुपये मांगने का मामला सामने आया है। पीड़ित का आरोप है कि उन्हें ले जाने वाले युवक खुद को दिल्ली की क्राइम ब्रांच का बता रहे थे। उनके परिचित ने पुलिस को फोन किया। इसके बाद आरोपी उन्हें दिल्ली में छोड़कर फरार हो गए। घटना सात नवंबर की है।
क्या है मामला
हापुड़ के असौड़ा निवासी दीपांशु कुमार का कहना है कि न्यू आर्य नगर में उनका अपना काम है। सात नवंबर की दोपहर करीब डेढ़ बजे वह अपने दोस्त नीरज त्यागी के साथ दफ्तर पर मौजूद थे। इसी दौरान कार सवार चार-पांच लोग आए और पिस्टल के बल पर उन्हें और उनके दोस्त को गाड़ी में बैठाकर ले गए।खुद को बताया पुलिसकर्मी
दीपांशु कुमार के अनुसार, युवक खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच से बता रहे थे। उन्होंने छोड़ने की एवज में उनसे दस लाख रुपये की मांग की। इसके बाद आरोपितों ने मोहननगर में गाड़ी रोक उनसे स्वजन को फोन कर पांच लाख रुपये मंगाने के लिए कहा। दीपांशु का कहना है कि वह किसी तरह उनकी बात एक जानकार से हुई, जिसने डायल-112 पर फोन कर दिया।
इसके बाद आरोपी उन्हें दिल्ली में गोकलपुरी छोड़कर फरार हो गए। किसी तरह वह घर वापस आए। इस मामले में पुलिस का कहना है कि मामला संदिग्ध लग रहा है। रुपयों के विवाद से जुड़ा मामला लग रहा है। अभी जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।
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