पुलिस ने महापंचायत जाने से रोका, तो NH-9 पर धरने पर बैठ गए विधायक नंदकिशोर गुर्जर; थम गई वाहनों की रफ्तार
गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी के विवादित बयान के बाद तनाव खत्म होता नहीं दिख रहा है। हिंदू संगठनों ने रविवार को डासना देवी मंदिर पर महापंचायत का आयोजन किया लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। पुलिस ने मंदिर जाने वाले रास्तों पर बेरिकेडिंग कर लोगों को महापंचायत में नहीं जाने दिया। इस बीच लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर हाईवे पर धरने पर बैठ गए।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। डसना देवी मंदिर पर हिंदुओं की महापंचायत कड़े सुरक्षा प्रबंधन के चलते नहीं हो पाई। पुलिस ने मंदिर जाने वाले सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग लगाकर किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया। इस दौरान बेरिकेडिंग हटाने का प्रयास कर रहे लोगों को पुलिस ने खदेड़ा।
मंदिर जाने की मांग पर अड़े लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने हाइवे पर ही पंचायत की। विधायक ने कहा कि गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर की गिरफ्तारी की जाए। उनकी वजह से हालात बिगड़े हैं।
विधायक ने पंचायत समाप्त होने के बाद बताया कि तीन मांगे सरकार से रखी गई है। जिनमें रोहिंग्या मुस्लिमों को बाहर निकालने, डासना देवी मंदिर पर हमला करने वालों पर रासुका लगाने और जिहाद करने वालों पर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग की गई है।
दूसरी तरफ हापुड़ रोड पर इंपीरियल फार्म हाउस में भाईचारा मंच ने भाईचारा सम्मेलन का आयोजन किया। संयोजक नाहर सिंह यादव ने कहा कि मौजूदा समय में समय में जो तनाव है उसे दूर करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। बैठक में समाज तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
डासना देवी मंदिर प्रबंधन प्रवक्ता डॉक्टर उदिता त्यागी का कहना है कि सुबह चार बजे से पुलिस किसी को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं करने दे रही है। सुबह से मंदिर आने वालों को मुख्य द्वार से ही वापस लौटाया जा रहा है। उनका आरोप है कि मंदिर आए दो सन्यासियों को पुलिस उठाकर ले गयी है।
एनएच-नौ पर थम गई वाहनों की रफ्तार
वहीं, डासना देवी मंदिर जाने से रोकने पर नाराज लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर हाईवे पर ही धरने पर बैठ गए। इससे एनएच-नौ पर वाहनों की रफ्तार थम गई।
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बता दें कि भीड़ जुटने से रोकने के लिए पुलिस ने डासना देवी मंदिर जाने वाले रास्तों पर बेरिकेडिंग कर दी। किसी को भी मंदिर की तरफ जाने नहीं दिया। मंदिर में कैंप करने जा रहे डॉक्टर बीपी त्यागी को पुलिस ने वापस भेज दिया। बीपी त्यागी का कहना है कि वह मंदिर में स्वास्थ्य कैंप लगाने जा रहे थे।
विधायक ने महापंचायत को लेकर बयान जारी किया
इससे पहले शनिवार को लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने महापंचायत को लेकर शनिवार को अपना बयान जारी करते हुए कहा कि डासना मंदिर पर ऊपर हुए हमला होना बहुत ही गलत है। मंदिर की समिति व साधु-संतों के आह्वान पर महापंचायत बुलाई गई है। उसमें मुझे भी बुलाया गया है। इसमें लोनी, गाजियाबाद समेत आसपास के जिलों के लोगों में आक्रोश है।
महंत के बयान पर एफआइआर दर्ज होने के बाद भी अति प्राचीन मंदिर पर हमला करना गलत है। लोग डीएम के यहां ज्ञापन करने गए थे उनके खिलाफ ही एफआईआर दर्ज की गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री इसको लेकर गंभीर हैं। सरकार को बदनाम करने के लिए एक अधिकारी लगातार प्रयास कर रहा है।