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Ghaziabad RapidX: आम लोगों के लिए खुले नमो भारत के द्वार, पहले दिन पहली ट्रेन में इतने लोगों ने उठाया वर्ल्ड क्लास सुविधाओं का लाभ

Ghaziabad RapidX भारत की पहली नमो भारत ट्रेन के द्वार शनिवार को आम लोगों के लिए खुल गए। साहिबाबाद स्टेशन से सुबह 0606 बजे चली ट्रेन में 26 लोगों ने सफर किया। पहले दिन ज्यादातर लोग घूमने के उद्देश्य से पहुंचे। लोगों ने परिवार के साथ ट्रेन का लुत्फ उठाया। स्टेशन पर फूल और चाकलेट देकर यात्रियों का स्वागत किया गया।

By Hasin ShahjamaEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Sat, 21 Oct 2023 09:16 PM (IST)
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पहले दिन ज्यादातर लोग घूमने के उद्देश्य से पहुंचे।
हसीन शाह, साहिबाबाद। भारत की पहली नमो भारत ट्रेन के द्वार शनिवार को आम लोगों के लिए खुल गए। साहिबाबाद स्टेशन से सुबह 06:06 बजे चली ट्रेन में 26 लोगों ने सफर किया। पहले दिन ज्यादातर लोग घूमने के उद्देश्य से पहुंचे। लोगों ने परिवार के साथ ट्रेन का लुत्फ उठाया। स्टेशन पर फूल और चाकलेट देकर यात्रियों का स्वागत किया गया।

स्टेशन पांच बजे सभी स्टेशनों पर यात्री पहुंच गए। दुहाई स्टेशन पर साढ़े पांच बजे टिकट मिलना शुरू हो गया। जबकि साहिबाबाद स्टेशन पर छह बजे टिकट मिलना शुरू हो गया। लोगों ने कैश और यूपीआइ से टिकट का भुगतान किया। इसके बाद यात्री प्लेटफार्म पर पहुंचे।

साहिबाबाद स्टेशन से सुबह 6:06 बजे पहली ट्रेन दुहाई के लिए रवाना हुई। दुहाई स्टेशन पर पहली ट्रेन के यात्रियों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन क्षेत्र (NCRTC) का सार्टिफिकेट दिया गया। जिसमें करीब 26 यात्रियों ने यात्रा की। ये सभी यात्री ट्रेन का लुत्फ उठाने आए। ट्रेन में बैठने से पूर्व लोगों ने फोटो खिंचवाए।

ट्रेन में बैठने के बाद लोगाें ने सेल्फी ली। उन्होंने ट्रेन की तकनीक को समझा। कुछ यात्रियों में पहला यात्री बनने की होड़ लगी रही। कई यात्रियों ने पहला यात्री होने का दावा किया। हालांकि नमो भारत ट्रेन प्रशासन की से पहले यात्री के बारे में आधिकारिक रूप से नहीं बताया गया।

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नौकरी पेशा के साथ छात्रों के लिए फायदेमंद साबित हो रही नमो भारत

मोरटा से लेकर मुरादनगर तक एक दर्जन से ज्यादा उच्च शिक्षण संस्थान हैं। स्कूलों की भी खासी संख्या है। इसी तरह साहिबाबाद में कई कालेज हैं। शनिवार को घूमने वालों के अलावा नमो भारत ट्रेन में सबसे अधिक संख्या छात्रों की रही।

साहिबाबाद से बैठे छात्र अभिमन्यु ने बताया कि दुहाई तक बस और आटो में उनके 50 रुपये लग जाते हैं। लेकिन ट्रेन से 40 रुपये में वह पहुंच जाएंगे। इससे समय की बचत भी होगी। बस से दुहाई तक 40 से 50 मिनट लग जाते हैं। जबकि ट्रेन से 15 मिनट लग रहे हैं। ट्रेन में कामगार और उद्यमी भी सफर करते हुए नजर आए।

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पहले दिन बोर्ड से स्पीड गायब

पहले दिन स्टाफ की लापरवाही भी देखने को मिली। लगभग साढ़े सात बजे चली ट्रेन में प्रीमियम कोच में परिचारक गायब थे। ट्रेन के अंदर डिस्पले से स्पीड गायब रही। किसी यात्री को स्पीड का पता नहीं चला। स्टाफ ने बताया कि साफ्टवेयर में दिक्कत होने के करण स्पीड डिस्पले नहीं हो रही है।

यात्री बार-बार ट्रेन की स्पीड पूछते हुए नजर आए। इस ट्रेन के प्रीमियम कोच में फूड वेडिंग मशीन नहीं चली। कई लोगों ने मशीन से चिप्स आदि खरीदने की कोशिश की।

स्टेशन पर अत्याधुनिक रही सुरक्षा

नमो भारत में ट्रेन में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। कोई भी व्यक्ति अपने साथ ट्रेन में प्रतिबंधित वस्तु नहीं ले जा सकता है। सुरक्षाकर्मियों ने सिगरेट, माचिस, लाइटर व अन्य प्रतिबंधित सामान को बाहर ही निकलवा दिया। सामान को स्कैन करने के बाद अंदर जाने दिया।

संदिग्ध लोगों पर पुलिस की नजर रही। गाजियाबाद पुलिस के साहिबाबाद स्टेशन के बाहर चार जवान तैनात रहे। सहिबाबाद स्टेशन पर विशेष सुरक्षा बल के एक दर्जन जवान तैनात रहे। इसी तरह अन्य स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था रही।

नमो भारत ट्रेन

  • - सुबह छह बजे पहली ट्रेन में 26 यात्रियों ने किया सफर
  • - प्रीमियम कोच में पहली ट्रेन में किया चार यात्रियों ने सफर
  • - घूमने वाले, कामगार, नौकरी पेशा, उद्यमियों और छात्रों ने किया सफर
  • - पहले दिन किसी बीमार नहीं किया सफर
  • - दुहाई डिपो स्टेशन पर प्रत्येक चक्कर पर ट्रेन की हुई सफाई
  • - प्लेटफार्म पर उपस्थित रही तनकीकी टीम
  • - लिफ्ट व एस्केलेटर संचालन की टीम ने की निगरानी
  • - लोगों को खरीदना नहीं पड़ा पानी
  • - निश्शुल्क मिला लोगों को शुद्ध पेयजल

ट्रेन के बारे में जितना सुना था यह उससे कही ज्यादा अद्भुत है। यह मेट्रो से ज्यादा बेहतर है। हम केवल ट्रेन में घूमने के लिए आए हैं।

- डॉ. नितिशा, यात्री

हमारे लिए गर्व की बात है कि देश की पहले नमो भारत ट्रेन गाजियाबाद से शुरू हुई है। मैं सुबह पांच बजे ही ट्रेन में घूमने के लिए आ गई थी।

- प्रेम लता, यात्री।

रिपोर्ट इनपुट- हसीन

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