गाजियाबाद की Wave City में प्लॉट खरीदकर घर बनाना मुश्किल, खाली पड़े हैं 450 खरीदारों के भूखंड
गाजियाबाद की वेव सिटी में प्लॉट खरीदने वालों के लिए घर बनाना मुश्किल हो गया है। किसानों के विरोध के कारण निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है। 450 से अधिक खरीदारों के प्लॉट एक दशक से अधिक समय से खाली पड़े हैं। पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के माध्यम से करीब 388 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कराया गया था।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। घर बनाने के लिए वेवसिटी में प्लॉट लेकर बनाना खरीदारों के लिए टेढ़ी खीर हो गया है। निर्माण कार्य कराने के दौरान किसानों की ओर से विरोध किया जाता है।
ऐसे करीब 450 खरीदारों के प्लॉट एक दशक से अधिक समय से खाली पड़े हैं। कुछ लोगों ने विरोध कर रहे किसानों के खिलाफ शिकायत दी है। पुलिस पर कार्यवाही न करने का आरोप है।
वेवसिटी बननी थी टाउनशिप
वेवसिटी विकासकर्ता की ओर से 2025 में टाउनशिप के लिए स्थानीय किसानों से जमीन खरीद शुरू की थी। वेवसिटी टाउनशिप को चार हजार एकड़ से अधिक भूमि पर विकसित करना था। अधिकांश भूमि को सीधे किसानों से खरीदा गया था, जिसमें कुछ किसानों ने जमीन खरीद में सहमति नहीं दी थी।
ऐसे में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के माध्यम से करीब 388 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कराया गया, जिसमें बिल्डर की ओर से 450 से अधिक प्लॉट काटे गए थे, जिसे वर्ष 2007 से लेकर 2015 के बीच अलग-अलग खरीदारों को बेचा गया।
हाईकोर्ट पहुंचा अधिग्रहण का मामला
अधिग्रहण का मामला उच्च न्यायालय पहुंचा, जहां से अधिग्रहण की प्रक्रिया को सही पाया और किसानों के केस को खारिज किया गया। पुलिस और प्रशासन की मदद से बिल्डर ने 388 एकड़ भूमि पर विकास कार्य कराए गए, जिसका विरोध करने पर किसानों पर मुकदमे भी दर्ज हुए।
यहां ऐसे प्लॉट के करीब 450 खरीदारों के समक्ष घर बनाने को लेकर समस्या आ रही है। निर्माण कार्य आरंभ करने पर किसान विरोध कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस कार्यवाही न होने पर उन्होंने बिल्डर और प्राधिकरण में गुहार लगाई है।
प्राधिकरण की ओर से अधिग्रहण करके इस भूमि को हमें दिया गया है, जिसे प्लॉट के रूप में खरीदारों को बेचे गए। सड़क, सीवरेज जैसी मूलभूत सुविधाएं और विकास कार्य कराए हैं। लोगों को घर बनाने से रोका जा रहा है। हम उनकी मदद के लिए तैयार हैं। पुलिस प्रशासन को इसमें लोगों की कानूनी तौर पर मदद करनी चाहिए।
- चरण जीत सिंह, सीईओ वेवसिटी
किसानों ने की बैठक
भारतीय किसान संगठन के नेतृत्व में ग्राम महरौली में वेव सिटी बिल्डर से प्रभावित गांवों के किसानो की बैठक हुई, जिसमें 18 सितंबर को वेव सिटी के घेराव को लेकर रणनीति तैयार की गई।
इसमें कहा गया कि जब तक समझौता लागू नहीं होता किसान अनिश्चित कालीन धरना देंगे। अजय महरौली, मोहित बयाना, धर्मपाल पंडित, प्रमोद त्यागी, महेंद्र प्रधान इकला, सतीश त्यागी, राजेश यादव, कृष्णपाल, अनुज चौधरी आदि मौजूद रहे।