भ्रूण की जांच करते रंगे हाथ पकड़ी गई महिला, गिरोह का सरगना हुआ फरार; टीम ने ऐसे बनाया था छापामारी का प्लान
Ghaziabad News स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण की जांच करते हुए महिला को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। छापामारी के दौरान गिरोह का सरगना भागने में कामयाब हो गया। टीम ने छापामारी के लिए पहले से ही प्लान बना लिया था। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। जानिए आखिर हेल्थ टीम ने कैसे छापामारी के लिए प्लान तैयार किया था।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। सोनीपत (हरियाणा) स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार दोपहर को डिकोय की मदद से भ्रूण जांच करने के आरोप में एक महिला को रंगे हाथ पकड़ा है। महिला का एक साथी गाड़ी समेत फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार, सोनीपत के एसीएमओ डॉ. सुमित कौशिक और एसएमओ डॉ. जितेंद्र की देखरेख में टीम ने डिकोय के सहयोग से भ्रूण जांच करने वाले गिरोह को पकड़ने की योजना बनाई।
छापामारी के डर से बदला था स्थान
वहीं, डिकोय को पहले संजयनगर बुलाया गया लेकिन, छापामारी के डर से गिरोह ने स्थान बदल दिया। ईस्टर्न-पेरिफेरल से सटे गांव मटियाला की पुलिया के पास डिकोय को बुलाया गया।
टीम ने महिला को रंगे हाथ पकड़ा
डिकोय जैसे ही अल्ट्रासाउंड के लिए उनकी गाड़ी में बैठने को चली तो स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अल्ट्रासाउंड की तैयारी कर रही महिला मीनाक्षी त्यागी उर्फ मीनू को पकड़ लिया। इसी दौरान गिरोह का मुख्य सरगना एएम गौड़ गाड़ी को लेकर वहां से फरार हो गया।
भाग गया गिरोह का मुख्य सरगना
इस संबंध में मसूरी थाने में पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। पीसीपीएनडीटी के नोडल डॉ. अनुराग संजोग भी सूचना के बाद मौके पर पहुंचे लेकिन, तब तक गिरोह का मुख्य सरगना भाग गया।
ऐसे लोगों को पकड़ने का प्रयास रहेगा जारी
नोडल ने बताया कि सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही अन्य लोगों को पकड़ने का प्रयास जारी रहेगा। बता दें कि पिछले पांच साल में भ्रूण जांच को लेकर सबसे अधिक छापामारी की कार्रवाई हरियाणा की टीमों द्वारा ही की गई है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को कार्रवाई के बाद सूचना देकर बुलाया जाता है।