DM को क्या पता, तुम्हारे राशन कार्ड का एड्रेस कहां से ठीक होगा; बुजुर्ग की बात सुन झल्लाया सरकारी अधिकारी
गाजियाबाद के एक बुजुर्ग को राशन कार्ड का एड्रेस बदलवाने के लिए सरकारी कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इसके बावजूद उसकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। राशन कार्ड में पता सही न होने से एक साल से बुजुर्ग को राशन नहीं मिल रहा है। इससे परेशान होकर जब वह जिलाधिकारी के पास समस्या लेकर पहुंचे तो वहां से आश्वासन मिला।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। बिना आवेदन के ही गाजियाबाद में रहने वाले एक बुजुर्ग का राशन कार्ड दिल्ली के करावल नगर में ट्रांसफर कर दिया गया। इसकी शिकायत उन्होंने जिलाधिकारी गाजियाबाद से की तो जिलाधिकारी ने उनको जिला पूर्ति विभाग में जाकर एक प्रार्थना पत्र राशन कार्ड को गाजियाबाद में ही दर्ज करने के लिए देने को कहा।
इसके बाद बुजुर्ग जब जिला पूर्ति विभाग के कार्यालय में गए और राशन कार्ड गाजियाबाद में ही दर्ज करने के लिए कहा तो वहां बैठे एक अधिकारी ने कहा कि इसके लिए दिल्ली जाना होगा। बुजुर्ग ने कहा कि डीएम साहब ने तो आपके पास भेजा है और बताया है कि इसकी कार्यालय से पता ठीक हो जाएगा तो झल्लाकर अधिकारी ने कहा कि डीएम को क्या पता, तुम्हारे राशन कार्ड का पता कहां से ठीक होगा?
20 साल से कृष्णा नगर में रहते हैं कालूराम
फिलहाल एक साल से बुजुर्ग को राशन नहीं मिल रहा है, वह गाजियाबाद से दिल्ली तक चक्कर काटने के लिए मजबूर हो रहे हैं। गाजियाबाद के सिकरोड में जन्मे कालूराम पिछले 20 साल से कृष्णा नगर में परिवार के साथ रहते हैं। वह बीएसएनएल से सेवानिवृत कर्मचारी हैं।
उन्होंने बताया कि उनका राशन कार्ड कृष्णा नगर के पते पर बना हुआ थ, जिससे वह राशन ले रहे थे। एक साल पहले उनको राशन डीलर ने राशन देने से मना कर दिया, पूछने पर बताया कि उनका राशन कार्ड दिल्ली के करावल नगर के पते पर ट्रांसफर कर दिया गया है।
बुजुर्ग ने कहा कि वह न तो दिल्ली में रहते हैं न ही दिल्ली में राशन कार्ड ट्रांसफर कराने के लिए आवेदन किया है। बिना आवेदन यह कैसे हो गया तो राशन कार्ड डीलर ने जिला पूर्ति विभाग के कार्यालय जाने को कहा, वह जिला पूर्ति विभाग के कार्यालय गए तो सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद जिलाधिकारी गाजियाबाद से मिले और एक प्रार्थना पत्र दिया।
जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि उनके राशन कार्ड का पता जिला पूर्ति विभाग के अधिकारियों से ठीक कराया जाएगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है। जिला पूर्ति विभाग में शिकायत करने पर उनको पता सही कराने के लिए दिल्ली भेजा गया, वह दिल्ली पहुंचे तो वहां पर भी शिकायत का समाधान नहीं हो सका है।
कालूराम ने बताया कि वह एक साल से बाजार से राशन खरीदने को मजबूर हैं। जिला पूर्ति अधिकारी अमित तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में नही है। शिकायतकर्ता साक्ष्य के साथ उनके पास आकर मामले की शिकायत करें, इसके बाद उनकी समस्या का समाधान करा दिया जाएगा।