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बाजार से लेकर कॉलोनियों में खुल गए अवैध होटल, फिर चलाते हैं देह व्यापार का धंधा; गाजियाबाद पुलिस करेगी कार्रवाई

बाजारों और हाइवे के किनारे ही नहीं अब कॉलोनियों के अंदर भी होटल खुल गए हैं जहाँ अनैतिक गतिविधियाँ बढ़ रही हैं। कई होटल बिना लाइसेंस के चल रहे हैं। बजरिया में पांच होटलों में छापेमारी से इस बात का खुलासा हुआ है। कॉलोनियों में मकान और फ्लैट किराए पर लेकर उनका इस्तेमाल होटल के रूप में किया जा रहा है।

By Abhishek Singh Edited By: Geetarjun Updated: Sun, 10 Nov 2024 11:41 PM (IST)
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बजरिया के होटलों में छापेमारी करने पहुंची पुलिस (फाइल फोटो)।
अभिषेक सिंह, गाजियाबाद। जिले में बाजार और हाइवे के किनारे ही नहीं कॉलोनियों के अंदर भी रूप से होटल खुल गए हैं। यहां पर अनैतिक कार्यों को बढ़ावा मिल रहा है। इनमें कई होटल ऐसे भी हैं, जोकि बिना लाइसेंस के ही संचालित हो रहे हैं। इसका पर्दाफाश बजरिया में पांच होटलों में छापा मारने के बाद हुआ है, जिसमें जिला प्रशासन ने होटलों के पास लाइसेंस न होने की जानकारी दी थी।

कॉलोनियों में मकान और फ्लैट किराए लेकर उनका इस्तेमाल होटल के रूप में किया जाने लगा है। इन होटलों में देर रात तक संदिग्ध लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इससे कॉलोनी के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। माहौल भी खराब होता है, सुरक्षा का खतरा रहता है।

लोगों का आरोप है कि कॉलोनियों के अंदर होटल खोलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, जो भी अवैध होटल संचालित हो रहे हैं। उनको बंद कराया जाना चाहिए, जिससे कि आसपास के लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

होटल का पंजीकरण कराना होता है अनिवार्य

होटल खोलने के लिए सराय एक्ट के तहत जिला प्रशासन से अनुमति लेनी आवश्यक होती है। जिला प्रशासन द्वारा भी नोटिस देकर होटल संचालक को होटल का रजिस्ट्रेशन कराने के निर्देश दिए जा सकते हैं।

होटलों में ठहरने वाले लोगों की जानकारी रजिस्टर में अंकित होनी आवश्यक है। यदि होटल में किसी प्रकार का अनैतिक कार्य हो रहा हो तो उसका रजिस्ट्रेशन निलंबित करने का प्रविधान है।

केस-एक

बजरिया के पांच होटलों में देह व्यापार का हो चुका है पर्दाफाश

26 सितंबर को एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी ने बजरिया स्थित होटल क्विज, होटल डबल ट्री, होटल शुभम, होटल आर्यदीप, होटल पार्क टाउन में छापा मारा तो यहां पर देह व्यापार का पर्दाफाश हुआ। जांच में पता चला कि यहां पर दिल्ली-एनसीआर से युवतियों को नौकरी के बहाने बुलाकर होटल मालिक उनसे देह व्यापार कराते थे। जिला प्रशासन की रिपोर्ट के बाद पांचों होटलों को पुलिस ने सील कर दिया है।

केस-दो

नौ नवंबर को एसीपी कोतवाली ने एनएच-9 के पास अंबेडकर नगर में होटल ड्रीम एम्पायर और होटल स्टे इन में छापा मारा। दोनों होटलों में देह व्यापार का पर्दाफाश हुआ। यहां से तीन युवतियों को रेस्क्यू किया गया और होटलों के संचालक, मैनेजर समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया।

खासतौर पर कॉलोनियों के अंदर खुले होटलों की जांच होनी चाहिए। नियमों का उल्लंघन कर जो होटल खोले गए हैं, उनको बंद कराया जाना चाहिए। -तेजेंद्रपाल त्यागी, चेयरमैन, फ्लैट आनर्स फेडरेशन एवं आरडब्ल्यूए फेडरेशन गाजियाबाद

विजयनगर की कई कॉलोनियों में इस तरह के होटल खुले हैं, आवासीय कॉलोनियों में खुले होटलों में रात को संदिग्ध युवक, युवतियों का आना जाना लगा रहता है। इसकी शिकायत लोगों ने की है, हमारी मांग है कि इस तरह के होटल बंद हों। -आरके आर्य, अध्यक्ष, फेडरेशन ऑफ लाइनपार आरडब्ल्यूए

होटल खोलने के लिए पर्यटन विभाग, अग्निशमन विभाग, बिजली विभाग, पुलिस विभाग नगर निगम से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होता है। इसके बाद जिला प्रशासन से होटल के लिए लाइसेंस जारी किया जाता है। होटल में सीसीटीवी कैमरे लगे होने चाहिए। शिकायत मिलने पर होटलों की जांच की जाती है, यदि अनैतिक गतिविधि मिलती है तो होटल को सील किया जाता है। देह व्यापार का मामला पकड़ में आने क बाद अंबेडकर नगर के होटलों के लाइसेंस को निरस्त किया जाएगा। -डॉ. संतोष उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट।

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