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Ghaziabad Murder: 500 रुपये के लिए दोस्त को दे दिया जहर, मौत; पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

Ghaziabad Crime News साहिबाबाद के लिंक रोड थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां पर एक दोस्त ने अपने दूसरे दोस्त को चूर्ण में कीटनाशक मिलाकर मार दिया। मामला हालांकि साल 2022 का है। विसरा रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने 15 सितंबर 2024 को मृतक के भाई की शिकायत के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

By prabhat pandey Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Tue, 17 Sep 2024 09:23 AM (IST)
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Ghaziabad News: पुलिस गिरफ्त में आरोपित धीरेंद्र: फोटो जागरण

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। लिंक रोड थाना क्षेत्र की एक फैक्ट्री में युवक ने सहकर्मी एवं दोस्त को चूर्ण में कीटनाशक मिलाकर देकर मार दिया। मामला छह जुलाई 2022 का है। पीड़ित के स्वजन रिपोर्ट दर्ज कराने और कार्रवाई के लिए चक्कर काटते रहे।उस दौरान कार्रवाई नहीं हुई।

विसरा रिपोर्ट आने पर पुलिस ने मामले में 15 सितंबर 2024 को मृतक के भाई की शिकायत पर हत्या की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया है। उधार लिए पांच सौ रुपये नहीं देने पर आरोपित ने सहकर्मी को मारा था।

साल 2022 का मामला

सहायक पुलिस आयुक्त साहिबाबाद रजनीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि छह जुलाई 2022 को इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र के प्रह्लादगढ़ी में गली नंबर दो के महेंद्र कुमार लिंक रोड थाना क्षेत्र की एक आयुर्वेदिक प्राइवेट लिमिटेड में काम करते थे। ड्यूटी के दौरान जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई थी।

उस दौरान शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर विसरा जांच के लिए भेजा गया था। विसरा रिपोर्ट आने के बाद 15 सितंबर 2024 को मृतक के भाई ओमप्रकाश की ओर से शिकायत की गई।

पुलिस ने आरोपी को दबोचा

पुलिस ने शिकायत के आधार पर हत्या की धारा में सहकर्मी ग्राम उमरसर थाना गढ़िया रंगीन जिला शाहजहांपुर धर्मेंद्र उर्फ धीरेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर टीम का गठन किया गया। सोमवार को लिंक रोड थाना पुलिस (Sahibabad Police) ने आरोपित धीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि महेंद्र ने काम करते हुए उसके नाम से पांच सौ रुपये उधार लिए थे। उसने रुपये मांगे तो देने से मना कर दिया। इसपर उसने चूर्ण में कीटनाशक पदार्थ मिलाकर महेंद्र को खिला दिया था। जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई थी। दौराने इलाज उसकी मौत हो गई थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नहीं चला मौत का पता

कार्रवाई के लिए काटते रहे थे चक्कर: मृतक के भाई ओमप्रकाश ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ था। इसलिए विसरा जांच के लिए भेजा गया। वह कार्रवाई के लिए लगातार 2022 में तत्कालीन थाना प्रभारी निरीक्षक लिंकरोड से मिले, पुलिस चौकी पर गए सुनवाई नहीं हुई।

फिर उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत की। इस बीच वह पुलिस के पास नहीं गए। अब हाल ही में उन्होंने विसरा जांच रिपोर्ट के बारे में लिंक रोड पुलिस से जानकारी की तो पता चला कि वह एक साल पहले ही आ गई थी। जो हत्या की ओर इशारा कर रही है। 15 सितंबर को उनकी शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।

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