बिना अपराध के जेल में बीतेगा चार साल की बच्ची का बचपन, मासूम को देखकर पुलिसकर्मियों की भी आंखें हुईं नम
गाजियाबाद के मोदीनगर में एक चार साल की बच्ची का बचपन बिना किसी अपराध के जेल में बीतेगा। जेल में सलाखों के पीछे ही उसे क ख ग सिखाया जाएगा। उसकी परवरिश जेल में ही होगी। चार वर्षीय बच्ची को जेल जाता देख महिला पुलिसकर्मियों की आंखें भी नम रही। पुलिसवाले कह रहे थे परी को बिना किसी अपराध के जेल में रहना पड़ेगा।
जागरण संवाददाता, मोदीनगर। जिस उम्र में जेल शब्द के मतलब का भी पता नहीं होता, उस चार वर्ष की उम्र में बच्ची परी को जेल जाना पड़ा। हालांकि, इसमें बच्ची का जरा भी कसूर नहीं। बच्ची को बिना किसी अपराध के जेल में भेजा गया है। मां की करतूत उसे यहां तक ले आई।
जेल में होगी बच्ची की परवरिश
उसका बचपन अब जेल में ही बीतेगा। जेल में सलाखों के पीछे ही उसे क, ख, ग सिखाया जाएगा। परवरिश जेल में ही होगी। रेखा ने सौतेले बेटे शब्द की हत्या कर कई लोगों का जीवन तबाह कर दिया। हंसते-खेलते परिवार को रेखा ने उजाड़ दिया। पति राहुल के इकलौते बेटे की मौत से वह पूरी तरह टूट गए।
रेखा की करतूत के बाद उसके मायके वाले उसका हाल जानने तक थाने नहीं पहुंचें। पुलिस ने संपर्क किया तो उन्होंने परी को रखने से मना कर दिया। यह कहकर फोन काट दिया कि उनका रेखा से रिश्ता नहीं है। ऐसे में मजबूरी में पुलिस को रेखा के साथ परी को भी भेजना पड़ा
महिला पुलिसकर्मियों की आंखें हुईं नम
थाने से जाते हुए बेटी को गोद में लेकर रेखा फूट फूटकर रोने लगी। कहा नहीं पता था कि ऐसा होगा। इतनी बड़ी सजा मिलेगी। खुद का जीवन तो अंधेरे में रहा ही बेटी का भी जीवन तबाह हो गया। उसे अपने किये पर पछतावा था। चार वर्षीय बच्ची को जेल जाता देख महिला पुलिसकर्मियों की आंखें भी नम रही।
पुलिसवाले कह रहे थे परी को बिना किसी अपराध के जेल में रहना पड़ेगा। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सात साल से कम उम्र के बच्चे पर मां का पहला अधिकार होता है। परी को अपने पास रखने की किसी ने इच्छा जाहिर नहीं की। इसलिए उसे मां के साथ ही जेल भेजा गया। उधर, राहुल का भी रो रोकर बुरा हाल है। पहले पत्नी से तलाक हुआ। अब बेटे की हत्या हो गई। जिसके आरोप में दूसरी पत्नी जेल चली गई। एसीपी मोदीनगर ने बताया कि पूनम व रेखा को जेल भेज दिया गया है। चूंकि अभी परी की उम्र बहुत कम है। उसकी परवरिश के चलते मां जरूरी है। इसलिए उसे मां के साथ भेजा गया है।
पहले भी हुई थी शब्द की हत्या की कोशिश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रेखा ने पूछताछ में बताया कि शब्द उससे तू-तड़ाक में बातें करता था। उसकी एक नहीं सुनता था। उसे डर था कि भविष्य में वह परी की भी हत्या कर देगा। इसलिए उसने पहले भी शब्द की हत्या करने की कोशिश की। लेकिन हर बार कोई ना कोई वहां आया और वारदात नहीं हो सकी। जब उसके साथ पूनम आई तो हौसला और बढ़ा।
शब्द का हुआ अंतिम संस्कार, सभी ने रेखा को कोसा
पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को शब्द का शव गोविंदपुरी पहुंचा। अंतिम संस्कार के समय बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। सभी पूनम को कोसते रहे। कहा हंसते-खेलते बच्चे की हत्या करते हुए रेखा के हाथ नहीं कांपे। ऐसी महिला किसी की सगी नहीं हो सकी। ऐसी आरोपित को फांसी ही मिलनी चाहिए।
जेल बनेगा बच्ची परी का आशियाना
जेल में ही परी को मां के साथ रहना होगा। वहीं पर उसका आशियाना होगा, जहां उसकी परवरिश होगी। यहीं पर उसकी पढ़ाई होगी। रेखा के पहले तलाक के बाद मासूम सी परी के सिर से पहले पिता का साया उठा और अब अक्षर की माैत के बाद दूसरे पिता राहुल की भी प्यार उसे नसीब नहीं हुआ।
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पहले हाथ से घोंटा गला, फिर लपेट दी चुन्नी
मंगलवार को शब्द की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, जिसमें गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। शब्द के गले पर उंगलियों के निशान मिले। पुलिस के मुताबिक, पहले आरोपित ने हाथों से शब्द का गला घोटा। इसके बाद गले पर चुन्नी लपेट दी। जब तक उसकी मौत नहीं हुई तब तक गला दबाए रखा।
यह था मामला
गोंविदपुरी स्थित डबल स्टोरी कालोनी के राहुल सैनी का तीन साल पहले बुलंदशहर की राजकुमारी से तलाक हुआ था। जिसके बाद बेटा शब्द उर्फ सद्दी (11) राहुल के पास आया और बेटी तपस्या को राजकुमारी अपने साथ ले गई। 2020 में ही राहुल की बागपत की रेखा से शादी हुई। दोनों की यह दूसरी शादी थी।
रेखा काे पहले पति से बेटी परी थी। रविवार को रेखा ने अपनी सहेली पूनम के साथ मिलकर शब्द की हत्या कर दी। इसके बाद शव को घर में ही सेप्टिक टैंक में छिपा दिया। शव के पैर में पत्थर भी बांधा, जिससे वह ऊपर ना आ सके। पूछताछ में रेखा ने कबूला की असुरक्षित भविष्य को देखते हुए उसने शब्द की हत्या की। शब्द का बर्ताव उसके प्रति सही नहीं था।
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