बिना अपराध के जेल में बीतेगा चार साल की बच्ची का बचपन, मासूम को देखकर पुलिसकर्मियों की भी आंखें हुईं नम
गाजियाबाद के मोदीनगर में एक चार साल की बच्ची का बचपन बिना किसी अपराध के जेल में बीतेगा। जेल में सलाखों के पीछे ही उसे क ख ग सिखाया जाएगा। उसकी परवरिश जेल में ही होगी। चार वर्षीय बच्ची को जेल जाता देख महिला पुलिसकर्मियों की आंखें भी नम रही। पुलिसवाले कह रहे थे परी को बिना किसी अपराध के जेल में रहना पड़ेगा।
By Vikas VermaEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Tue, 17 Oct 2023 08:48 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मोदीनगर। जिस उम्र में जेल शब्द के मतलब का भी पता नहीं होता, उस चार वर्ष की उम्र में बच्ची परी को जेल जाना पड़ा। हालांकि, इसमें बच्ची का जरा भी कसूर नहीं। बच्ची को बिना किसी अपराध के जेल में भेजा गया है। मां की करतूत उसे यहां तक ले आई।
जेल में होगी बच्ची की परवरिश
उसका बचपन अब जेल में ही बीतेगा। जेल में सलाखों के पीछे ही उसे क, ख, ग सिखाया जाएगा। परवरिश जेल में ही होगी। रेखा ने सौतेले बेटे शब्द की हत्या कर कई लोगों का जीवन तबाह कर दिया। हंसते-खेलते परिवार को रेखा ने उजाड़ दिया। पति राहुल के इकलौते बेटे की मौत से वह पूरी तरह टूट गए।
रेखा की करतूत के बाद उसके मायके वाले उसका हाल जानने तक थाने नहीं पहुंचें। पुलिस ने संपर्क किया तो उन्होंने परी को रखने से मना कर दिया। यह कहकर फोन काट दिया कि उनका रेखा से रिश्ता नहीं है। ऐसे में मजबूरी में पुलिस को रेखा के साथ परी को भी भेजना पड़ा
महिला पुलिसकर्मियों की आंखें हुईं नम
थाने से जाते हुए बेटी को गोद में लेकर रेखा फूट फूटकर रोने लगी। कहा नहीं पता था कि ऐसा होगा। इतनी बड़ी सजा मिलेगी। खुद का जीवन तो अंधेरे में रहा ही बेटी का भी जीवन तबाह हो गया। उसे अपने किये पर पछतावा था। चार वर्षीय बच्ची को जेल जाता देख महिला पुलिसकर्मियों की आंखें भी नम रही।
पुलिसवाले कह रहे थे परी को बिना किसी अपराध के जेल में रहना पड़ेगा। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सात साल से कम उम्र के बच्चे पर मां का पहला अधिकार होता है। परी को अपने पास रखने की किसी ने इच्छा जाहिर नहीं की। इसलिए उसे मां के साथ ही जेल भेजा गया। उधर, राहुल का भी रो रोकर बुरा हाल है। पहले पत्नी से तलाक हुआ। अब बेटे की हत्या हो गई। जिसके आरोप में दूसरी पत्नी जेल चली गई। एसीपी मोदीनगर ने बताया कि पूनम व रेखा को जेल भेज दिया गया है। चूंकि अभी परी की उम्र बहुत कम है। उसकी परवरिश के चलते मां जरूरी है। इसलिए उसे मां के साथ भेजा गया है।
पहले भी हुई थी शब्द की हत्या की कोशिश
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रेखा ने पूछताछ में बताया कि शब्द उससे तू-तड़ाक में बातें करता था। उसकी एक नहीं सुनता था। उसे डर था कि भविष्य में वह परी की भी हत्या कर देगा। इसलिए उसने पहले भी शब्द की हत्या करने की कोशिश की। लेकिन हर बार कोई ना कोई वहां आया और वारदात नहीं हो सकी। जब उसके साथ पूनम आई तो हौसला और बढ़ा।
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