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Ghaziabad: छेड़छाड़ पीड़िता के पति की थाने में खुद को आग लगाने से हुई थी मौत, अब पुलिस उपायुक्त ग्रामीण ने 3 अधिकारियों को किया निलंबित

लोनी बॉर्डर थाना परिसर में एक जनवरी को छेड़छाड़ पीड़िता के पति द्वारा थाने में पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने से झुलसे युवक की मंगलवार रात को हुई मौत के मामले में पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है। पुलिस उपायुक्त ग्रामीण ने लापरवाही सामने आने पर थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक डॉ. राम सेवक और चौकी प्रभारी रमन सिंह और दारोगा मो. सलीम को निलंबित कर दिया।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Updated: Thu, 11 Jan 2024 07:17 PM (IST)
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लोनी बार्डर थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक डा. राम सेवक, चौकी प्रभारी रमन सिंह मावी और उपनिरीक्षक मोहम्मद सलीम निलंबित।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। लोनी बॉर्डर थाना परिसर में एक जनवरी को छेड़छाड़ पीड़िता के पति द्वारा थाने में पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने से झुलसे युवक की मंगलवार रात को हुई मौत के मामले में पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है। पुलिस उपायुक्त ग्रामीण ने लापरवाही सामने आने पर थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक डॉ. राम सेवक और चौकी प्रभारी रमन सिंह और दारोगा मो. सलीम को निलंबित कर दिया। पत्नी से छेड़छाड़ करने वाले आरोपितों पर कार्रवाई नहीं करने से क्षुब्ध होकर लोनी बॉर्डर थाने में खुद को आग लगा ली थी।

70 प्रतिशत जल गया था व्यक्ति

मृतक के स्वजन का दावा है कि पीड़ित व्यक्ति 70 प्रतिशत जल गए थे। उनका दिल्ली जीटीबी अस्पताल में उपचार चल रहा था। मंगलवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर नोएडा के विनायक अस्पताल में रेफर ले जाया गया था। शाम चार बजे से उनकी तबीयत बिगड़नी शुरू हुई। उनके आखिरी लफ्ज यही थे कि उनकी मौत का जिम्मेदार लोनी बॉर्डर थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक डॉ. रामसेवक और दारोगा होंगे।

मंगलवार रात नौ बजे तोड़ा दम

मंगलवार रात नौ बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके भाई ने आरोप लगाया कि भाभी के साथ छेड़खानी के मामले में भाई ने तहरीर लिखकर दी तो पुलिस ने उसमें काट छांट कराई। इसके बाद पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा, लेकिन पैसे लेकर छोड़ दिया। इससे क्षुब्ध होकर भाई ने थाने में पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा ली थी। शव का पोस्टमार्टम नोएडा में हो रहा है। वह मूल रूप से बागपत के रहने वाले हैं। वहीं उनका अंतिम संस्कार होगा।

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परिवार ने क्या कहा?

मृतक के एक पांच वर्षीय बेटी और सात वर्षीय एक बेटा है। पत्नी गृहणी हैं। 250 मीटर की दूरी पर उनका एक भाई परिवार के साथ रहता है। परिवार के अन्य लोग अपने मूल गांव में रहते हैं। परिवार का कहना है कि यदि पुलिस कार्रवाई कर देती है तो मृतक खुद को आग लगाने का कदम नहीं उठाना पड़ता।

क्या था मामला?

लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र की एक कालोनी की महिला ने 25 दिसंबर को एफआइआर दर्ज कराई थी। महिला ने आरोप लगाया था कि गली में रहने वाले एक व्यक्ति का भांजा गंदे-गंदे इशारे करता है और अभद्र टिप्पणी करता है। 13 दिसंबर को युवक ने पीछे से आकर हाथ मारा। विरोध करने पर पति से मारपीट की गई। तमंचे की बट मारकर घायल कर दिया। उन्हें भी पीटा। मारपीट से उनका गर्भपात हो गया। पुलिस ने उनकी शिकायत पर पांच नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ बलवा, मारपीट, छेड़छाड़, गर्भपात समेत अन्य कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी।

चार लोगों की हुई है गिरफ्तारी

पुलिस ने दो आरोपितों पर शांति भंग की धारा में कार्रवाई की। वह अपने पति के साथ एक जनवरी को इस मामले में जांच अधिकारी से मिलने लोनी बार्डर थाने गई थीं। सुनवाई नहीं होने पर उनके पति ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली थी। इस मामले में पुलिस चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

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