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गाजियाबाद में दूषित पानी से नहाने पर 40 से ज्यादा लोगों को ‘हॉट टब रैश', ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सतर्क

गाजियाबाद में पिछले एक सप्ताह में 40 से ज्यादा लोगों को ऐसी बीमारी हुई है। हॉट टब रैश से त्वचा पर खुजली होती है। रात में ठीक से नींद नहीं आती है। वहीं शनिवार तक पानी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इससे त्वचा पर लाल चकत्ते बन जाते हैं। यह बीमारी लंबे समय तक यूजीआर की सफाई नहीं होने से होती है।

By Hasin Shahjama Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 05 May 2024 08:26 AM (IST)
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गाजियाबाद में दूषित पानी से नहाने पर 40 से ज्यादा लोगों को ‘हॉट टब रैश'

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। इंदिरापुरम की साया गोल्ड एवेन्यू सोसायटी में दूषित पानी पीने के साथ लोग नहाने से भी बीमार हुए हैं। अब लोगों में ‘हॉट टब रैश’ के लक्षण सामने आ रहे हैं। ऐसे लोगों की संख्या 40 से ज्यादा है। इससे त्वचा पर लाल चकत्ते बन जाते हैं।

यह बीमारी लंबे समय तक यूजीआर की सफाई नहीं होने से होती है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोसायटी में स्वास्थ्य शिविर लगाया। सुबह 10 से दोपहर दो बजे 39 लोग उपचार के लिए पहुंचे। इनमें ज्यादा मरीजों को उल्टी, पेट में दर्द, दस्त, सिर दर्द की समस्या थी। एक मरीज के शरीर पर लाल चकत्ते, दाने और खुजली की समस्या मिली है।

त्वचा पर होती है खुजली

लोगों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में 40 से ज्यादा लोगों को ऐसी बीमारी हुई है। हॉट टब रैश से त्वचा पर खुजली होती है। रात में ठीक से नींद नहीं आती है। वहीं, शनिवार तक पानी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जांच रिपोर्ट घटना वाले दिन ही आनी चाहिए थी।

जांच रिपोर्ट में देरी होने के कारण वह बाहर का पानी खरीद रहे हैं। लोग इस पानी से नहाने के साथ पकड़े और बर्तन भी नहीं धो पा रहे हैं। शिविर में उपस्थित डॉ. स्मृति शर्मा ने बताया कि एक मरीज त्वचा रोग का आया था। उसे दवा और परामर्श दिया था।

जीडीए बना मूकदर्शक

सोसायटी में गंगाजल की आपूर्ति की जाती है। गंगाजल की आपूर्ति करने का जिम्मा जीडीए के पास है। घटना के दूसरे दिन शनिवार के भी जीडीए का कोई अधिकारी सोसायटी में निरीक्षण करने नहीं पहुंचा। लोगों का कहना है कि जीडीए के अधिकारी मूकदर्शक बन गए हैं। जीडीए के अधिशासी अभियंता आलोक रंजन ने बताया कि यह सोसायटी व बिल्डर के बीच का मामला है। स्वास्थ्य विभाग पानी की जांच रिपोर्ट देगा। उसी के आधार पर कार्रवाई होगी।

जब तक सभी लोगों का स्वास्थ्य ठीक नहीं होगा हमारी सोसायटी में शिविर लगाएगी। पानी के नमूने की जांच रिपोर्ट रविवार को आ जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। जीडीए को जांच रिपोर्ट भेजी जागएी।

-डॉ. भवतोष शंखधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।

यह था मामला

इंदिरापुरम की साया गोल्ड एवेन्यू सोसायटी में शुक्रवार को 200 से ज्यादा लोग दूषित पानी पीने से बीमार हो गए थे। इनमें 110 बच्चे शामिल थे। कुछ बच्चे अस्पताल में भर्ती कराने पड़े थे। लोगों का आरोप है कि अंडरग्राउंड रिजर्वायर (यूजीआर) की सफाई नहीं होती है।

बेसमेंट में सीवर का पानी भरा है। सीवर का पानी पेयजल में मिल गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सोसायटी से पानी के 15 नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए थे। लोगों को तीन दिन से पेट दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, सिर दर्द आदि की शिकायत थी। विरोध में लोगों हंगामा किया था।