Lok Sabha Elections: रैपिड ट्रेन मॉडल से विपक्ष को चुनौती देने की कोशिश, PM मोदी 400 पार का बुलंद करेंगे नारा
भाजपा ने अबकी बार 400 पार सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नमो भारत मॉडल से देश को बुधवार को रूबरू कराकर अबकी बार 400 पार का नारा बुलंद करेंगे। इसका प्रभाव न केवल दिल्ली-एनसीआर की लोकसभा सीटों पर बल्कि दूसरे राज्यों की लोकसभा सीटों पर भी दिखाई पड़ सकता है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। लोकसभा चुनाव से पहले नमो भारत ट्रेन का दायरा 17 किलोमीटर से बढ़ाकर 34 किलोमीटर करने की तैयारी हो चुकी है। इसके सियासी मायने भी हैं, ट्रेन का दायरा बढ़ाने के साथ ही भाजपा अब देश में अपनी लोकसभा सीटें भी बढ़ाना चाहती है।
विपक्ष को चुनौती देंगे पीएम मोदी
भाजपा ने अबकी बार 400 पार सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नमो भारत मॉडल से देश को बुधवार को रूबरू कराकर अबकी बार 400 पार का नारा बुलंद करेंगे तो दूसरी तरफ विपक्ष को चुनौती देंगे।
नमो भारत ट्रेन के गाजियाबाद में आठ स्टेशन हैं, सभी स्टेशनों पर शुक्रवार से ट्रेन का परिचालन यात्रियों के लिए शुरू हो जाएगा। इसके बाद मेरठ फिर दिल्ली तक ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। सड़कों पर जाम की समस्या का सामना सिर्फ दिल्ली एनसीआर नहीं, बल्कि देश के दूसरे राज्यों में भी है। ऐसे में केंद्र की एनडीए सरकार ने इस समस्या से निजात दिलाने के लिए क्या तैयारी की है, इसकी तस्वीर नमो भारत मॉडल से देश के सामने पेश की है।
कई सीटों पर होगा असर
इसलिए इसका प्रभाव न केवल दिल्ली-एनसीआर की लोकसभा सीटों पर बल्कि, दूसरे राज्यों की लोकसभा सीटों पर भी दिखाई पड़ सकता है। अब देखना यह है कि चुनाव में इसका कितना फायदा भाजपा को मिलेगा। दिल्ली से मेरठ के बीच आवागमन आसान करने के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के बाद दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर बनने से लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। भविष्य में इस ट्रेन का परिचालन हरियाणा और राजस्थान तक करने की तैयारी की गई है।
एक नजर में नमो भारत प्राेजेक्ट
- आठ मार्च 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का शिलान्यास किया।
- तीन जून 2019 को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर सिविल निर्माण कार्य शुरू किया गया
- दिसंबर 2019 में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के लिए गुलधर में पहले पिलर का निर्माण हुआ।
- नवंबर 2020 में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के लिए न्यू डेवलपमेंट बैंक से लोन एग्रीमेंट हुआ।
- अप्रैल 2021 में आरआरटीएस कॉरिडोर पर ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू किया गया।
- जुलाई 2021 में गुजरात में नमो भारत ट्रेन की मैन्यूफैक्चरिंग का कार्य शुरू हुआ।
- दिसंबर 2021 में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर में पहले स्पेशल स्टील स्पैन को स्थापित किया गया।
- मार्च 2022 में नमो भारत ट्रेन के कोच की झलक दिखाई गई।
- सात मई 2022 को पहली नमो भारत ट्रेन एनसीआरटीसी को मिली।
- 2017 में इस ट्रेन का नाम रैपिड ट्रेन फिर रैपिडएक्स ट्रेन और अक्टूबर 2023 में नमो भारत ट्रेन किया गया है।
नमो भारत ट्रेन की खासियत
- प्रत्येक नमो भारत ट्रेन में छह कोच होंगे, एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा।
- नमो भारत ट्रेन की अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रतिघंटा, ट्रेन परिचालन की स्पीड 160 किलोमीटर प्रतिघंटा और औसत स्पीड 100 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी।
- ट्रेन के अंदर सामान रखने के लिए रैक, सीसीटीवी कैमरे, चार्जिंग सुविधा होगी।
- ट्रेन का परिचालन यात्रियों के लिए 21 अक्टूबर से सुबह छह बजे से रात 11 बजे तक होगा।
- प्रत्येक स्टेशन पर 15 मिनट के अंतराल पर ट्रेन आएगी।
- नमो भारत के प्रत्येक स्टैंडर्ड कोच में 72 और प्रीमियम कोच में 62 यात्रियों के लिए सीट है।
- प्रत्येक कोच में महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए सीटें आरक्षित होंगी।
- नमो भारत ट्रेन के दरवाजे ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचने पर बटन दबाने से खुलेंगे।
- प्रत्येक ट्रेन के अंतिम कोच में स्ट्रेचर और व्हीलचेयर के लिए स्थान आरक्षित होगा।
- प्रत्येक स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल के पेड एरिया में पेयजल और वाशरूम की व्यवस्था है।
- हर स्टेशन पर महिला शाैचालय में डायपर चेंजिंग स्टेशन की व्यवस्था है।
- किसी भी जानकारी के लिए यात्री 8069651515 नंबर पर फाेन कर ग्राहक सेवा केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
- खोई-पाई वस्तुओं के लिए गाजियाबाद स्टेशन पर एक खोया-पाया केंद्र बनाया गया है।
- ट्रेन में आपातकालीन संचार प्रणाली प्रदान की गई है, जिसके माध्यम से आपरेटर को समस्या बता सकते हैं।
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर का उपयोग होगा।
- यूपी सरकार ने सभी आरआरटीएस स्टेशनों की सुरक्षा का दायित्व यूपीएसएसएफ को सौंपा है।
- स्टेशनों पर पार्किंग, लिफ्ट और एस्केलेटर की व्यवस्था की गई है।
- दिल्ली से मेरठ के बीच 2025 में नमो भारट ट्रेन का परिचालन संभावित है।
- इस कॉरिडोर में कुल 25 स्टेशन हैं।
- 82 किलोमीटर का सफर 55-60 मिनट में तय होगा।
- दिल्ली से मेरठ के बीच परिचालन शुरू होने पर सड़काें पर एक लाख वाहनों का दबाव कम होगा।
- सालाना 2.50 लाख टन काबर्न-डाई-आक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी।
- नमो भारत ट्रेन चलने से 63 प्रतिशत हो जाएगा सार्वजनिक परिवहन साधनों का उपयोग
- ट्रेन में महिला कर्मचारियों की संख्या पुरुष कर्मचारियों की अपेक्षा ज्यादा है।
- दुहाई डिपो में 585 किलोवाट की क्षमता वाला सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया है।
- इस सौर संयंत्र से प्रत्येक साल 6.66 लाख यूनिट सौर ऊर्जा उत्पन्न होने का अनुमान है।
- संयंत्र से प्रतिवर्ष 615 टन कार्बन-डाई- आक्साइड उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है।
- स्टेशनों और वायाडक्ट के किनारे रिचार्ज पिट या वर्षा जल संचयन संरचनाओं का प्रावधान किया है।
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