जंगली फौजी को गिरफ्तार करने पहुंची थी पुलिस, भीड़ का फायदा उठाकर भागा, सोशल मीडिया पर कहा थैंक्स
अक्षय हत्याकांड के आरोपित यदुवेंद्र उर्फ जंगली फौजी को गिरफ्तार करने गांव सुराना पहुंची पुलिस को लापरवाही भारी पड़ सकती थी। यदुवेंद्र पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में सफल रहा। भागने के बाद उसने फेसबुक पर पोस्ट डालकर ग्रामीणों के सहयोग के लिए आभार जताया।
By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Wed, 14 Apr 2021 02:44 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मुरादनगर। अक्षय हत्याकांड के आरोपित यदुवेंद्र उर्फ जंगली फौजी को गिरफ्तार करने गांव सुराना पहुंची पुलिस को लापरवाही भारी पड़ सकती थी। भीड़ का फायदा उठा यदुवेंद्र पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में सफल रहा। भागने के बाद उसने फेसबुक पर पोस्ट डालकर ग्रामीणों के सहयोग के लिए आभार जताया व पुलिस को चुनौती दे डाली।
पिछले वर्ष अगस्त में मोदीनगर के तिबड़ा रोड स्थित कृष्णाकुंज कालोनी में अक्षय सांगवान की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। मामले में दो महिलाओं की गिरफ्तारी भी हुई थी। कई आरोपितों ने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर किया था। छानबीन में सुराना निवासी जंगली फौजी की भूमिका भी सामने आई। वह सेना में कार्यरत है।
पुलिस ने युदवेंद्र को अक्षय सांगवान की हत्या के आरोपितों को हथियार मुहैया कराने व साजिश रचने की धाराओं के साथ आरोपित बनाया है। गिरफ्तारी में विफल रहने पर पुलिस कोर्ट के आदेश पर उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी कर चुकी है।
इस बीच पंचायत चुनाव आया तो यदुवेंद्र ने पत्नी रेनू यादव को सुराना से प्रधान पद के लिए मैदान में उतार दिया। रविवार रात को गांव में फौजी के आने की सूचना तेजी से फैल गई।
शाम को पुलिस बिना पूर्व तैयारी के ही पहुंच गई। यदुवेंद्र को समर्थकों ने बचाकर निकाल दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। खुद को घिरा देख पुलिस वहां से चली गई। एक घंटे बाद भारी बल के साथ पुलिस अधिकारी वापस पहुंचे। यदुवेंद्र के नहीं मिलने पर पुलिस रेनू यादव को हिरासत में लेकर साथ ले गई। तब रेनू के समर्थन में बड़ी संख्या में ग्रामीण चुंगी नंबर तीन पर पहुंच गए।
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