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गाजियाबाद में प्रसव के दौरान मौत रोकने की तैयारी, पांच माह में 13 महिलाओं की गई जान

Ghaziabad जिले में प्रसव के दौरान अधिक रक्त स्राव होने से या संक्रमण बढ़ने से महिलाओं में मौत के आंकड़ें में इजाफा हुआ है। अप्रैल से दो सितंबर की अगर बात करें तो अभी तक 13 महिलाओं की जान जा चुकी है। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग ने एक स्पेशल अभियान चलाने का फैसला किया है। प्रसव के लिए महिलाओं को जिला अस्पताल में एडमिट कराया जाएगा।

By Madan Panchal Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Tue, 03 Sep 2024 12:49 PM (IST)
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Ghaziabad News: पांच माह में 13 महिलाओं की मौत। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्रसव के दौरान अथवा बाद में अधिक रक्त स्राव होने ,संक्रमण और हीमोग्लोबिन कम होने से गाजियाबाद (Ghaziabad News) में महिलाओं की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। अप्रैल से दो सितंबर तक 13 महिलाओं की मौत हो चुकी है । इनमें सबसे अधिक रजापुर ब्लॉक में चार महिलाओं की मौत हुई है।

मौत ना हो इसके लिए चलाया जाएगा एक विशेष अभियान 

स्वास्थ्य विभाग ने मौत रोकने के लिए एक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत शहरी और देहात क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं का सर्वे किया जाएगा ।आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की सेहत का हाल-चाल पूछने के लिए उनके घर जाएंगी।

नियमित टीकाकरण के साथ गर्भवती महिलाओं को बेहतर खान-पान के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। प्रत्येक माह की 1 ,9 , 16 और 24 को होने वाले विशेष आयोजन के तहत प्रत्येक गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच कराई जाएगी। इस जांच में यह भी पता चल जाएगा की महिला में खून की कमी है अथवा नहीं ,और यदि खून की कमी होगी तो तुरंत महिला को खून चढ़ाया जाएगा।

पिछले पांच महीने में 7000 से अधिक महिलाओं के प्रसव हुए संस्थागत

प्रसव के लिए महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। पिछले पांच महीने में 7000 से अधिक महिलाओं के प्रसव संस्थागत हुए हैं। इनमें जिला महिला अस्पताल में सबसे अधिक प्रसव हो रहे हैं। कई बार सिजेरियन प्रसव के दौरान चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही की वजह से भी महिला की मौत हो रही है।

पिछले साल ऐसे 32 मामलों में जांच करने के बाद लापरवाही उजागर हुई है। सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को मजबूती से लागू करने हुए घर-घर जाकर गर्भवतियों का पता लगाया जाएगा।

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