11 नवंबर से यूपी के 22 जिलों के लोगों की बढ़ेंगी मुश्किलें, जज से नाराज वकीलों ने बैठक में ले लिया बड़ा फैसला
गाजियाबाद में वकीलों की हड़ताल लगातार पांचवें दिन भी जारी है। शुक्रवार को वेस्ट यूपी के 22 जिलों के वकील जुटे और बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। सोमवार से रोजाना वकील हर जिले में दो घंटे के लिए सड़क जाम करेंगे। हाइकोर्ट बेंच केंद्रीय संघर्ष समिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चेयरमैन के सभी अधिकार आंदोलन जारी रहने तक बार एसोसिएशन गाजियाबाद को दिए गए हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिला जज कोर्ट में 29 अक्टूबर को वकीलों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में वकीलों की हड़ताल लगातार पांचवे दिन भी जारी है। कचहरी में शुक्रवार को वेस्ट यूपी के 22 जिलों के वकील जुटे। बार एसोसिएशन कक्ष में कुछ देर में वकीलों की बैठक शुरू हुई। वहीं वकीलों का धरना भी शुरू है। दूसरे जिलों से आए बार अध्यक्ष और सचिव बैठक में भाग ले रहे हैं। बैठक में आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
इस बैठक में वकीलों के आंदोलन को धार देने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए हैं। आज वेस्ट यूपी के 22 जिलों के वकीलों की हई बैठक में दो महत्वपूर्ण निर्णय हुए। इसमें तय किया गया है कि सोमवार से रोजाना वकील हर जिले में दो घंटे के लिए सड़क जाम करेंगे। दोपहर 12 बजे से दो बजे तक सड़क जाम करने का निर्णय लिया गया है।
तीन घंटे तक चली बैठक में 22 जिलों के वकील रहे मौजूद
वकीलों ने सर्वसम्मति से तय किया है कि हाइकोर्ट बेंच केंद्रीय संघर्ष समिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चेयरमैन के सभी अधिकार आंदोलन जारी रहने तक बार एसोसिएशन गाजियाबाद को दिए गए हैं। अब गाजियाबाद से ही पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में वकीलों के आंदोलन से जुड़े निर्णय लिए जाएंगे। तीन घंटे चली बैठक में गाजियाबाद समेत बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा, हापुड़, मुजफ्फरनगर, मेरठ, सहारनपुर, अमरेहा, गौतमबुद्धनगर, मुरादाबाद समेत 22 जिलों के वकीलों भाग लिया।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।