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Ghaziabad News: वाहनों में आगे बैठने वाले नहीं लगाते सीट बेल्ट, पीछली सीट पर नियम का पालन करवाना होगी चुनौती

Ghaziabad News टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की कार हादसे में मौत के बाद केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी पूरे देश में जल्द ही कार की पिछली सीट पर भी बेल्ट लगाना अनिवार्य करने जा रहे हैं।

By Aditi ChoudharyEdited By: Updated: Fri, 09 Sep 2022 11:43 AM (IST)
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Ghaziabad News: वाहनों में आगे बैठने वाले नहीं लगाते सीट बेल्ट, पीछली सीट पर नियम का पालन करवाना होगी चुनौती
गाजियाबाद [आशुतोष गुप्ता]। बीते दिनों टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री की कार हादसे में मौत के बाद सड़क पर सुर​क्षित यात्रा के लिए सीट बेल्ट को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जल्द ही पूरे देश में जल्द ही कार की पिछली सीट पर भी बेल्ट लगाना अनिवार्य करने जा रहे हैं। राज्य सरकारों को इस संबंध में आदेश मिलने के साथ ही इस नियम को भी लागू कर दिया जाएगा। इससे पहले ही लोगों को इस दिशा में जागरूक करने की जरूरत है।

नियमों की अनदेखी करते लोग

जिले की स्थिति पर गौर करें तो अधिकांश चार पहिया वाहन चालक सीट बेल्ट का प्रयोग नहीं करते। यदि वाहन चालक सीट बेल्ट का प्रयोग करते भी हैं तो उनके बराबर वाली सीट पर बैठी सवारी सीट बेल्ट नहीं लगाती। सड़कों पर सीट बेल्ट के नियम का उल्लंघन होते हुए आसानी से दिखाई दे जाएगा।

ट्रैफिक पुलिस के लिए चुनौती

ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जब यातायात पुलिस आगे की सीट बेल्ट के नियम का पालन नहीं करा पा रही और लोग सीट बेल्ट के प्रति जागरूक नहीं हैं तो इस स्थिति में पिछली सीट पर बेल्ट अनिवार्य करने के प्रति लोगों को जागरूक कैसे किया जाएगा और यातायात पुलिस इसे लागू कैसे कराएगी। इस दिशा में पहले से ही लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। बड़े स्तर पर अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने की योजना बननी चाहिए।

बार्डर पार करते ही बदल जाती है मानसिकता

ऐसा नहीं है कि लोगों को यातायात नियमों की जानकारी नहीं है लेकिन लोग नियमों का उल्लंघन करते हैं। दिल्ली में सख्ती के चलते वाहन चालक सीट बेल्ट का प्रयोग करते हैं लेकिन जैसे ही वह गाजियाबाद की सीमा में आते हैं तो तत्काल ही सीट बेल्ट खोल देते हैं। कुछ ही दूरी में लोगों की यातायात नियमों को लेकर मानसिकता बदल जाती है।

प्रभावी कार्रवाई की है जरूरत

सीट बेल्ट को लेकर जिले में प्रभावी कार्रवाई की जरूरत है। पुलिस बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चालकों के चालान तो करती है लेकिन यह कार्रवाई न के बराबर है। बड़े स्तर पर कार्रवाई के साथ ही वाहन चालकों को जागरूक करना बेहद आवश्यक है।

तीन वर्षों में बिना सीट बेल्ट के चालान

वर्ष - चालान

2022 -15,776

2021 - 25,224

2020 - 24,901

एसपी यातायात रामानंद कुशवाहा ने कहा कि बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। पिछली सीट पर सीट बेल्ट लगाने के संबंध में नियम बनने और नोटिफिकेशन आने के बाद इसे भी प्रभावी तरीके से लागू कराया जाएगा।

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