अमेरिका में बजा भारत की बेटी का डंका! गाजियाबाद की सबा हैदर ने रिकॉर्ड वोटों से जीता चुनाव
गाजियाबाद की बेटी सबा हैदर ने अमेरिका में ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में अपना जलवा दिखाया है। उन्होने डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में जीत हासिल की है। उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार पैटी गुस्टिन को आठ हजार से ज्यादा वोटों से हराया है। सबा हैदर इससे पहले 2022 में भी चुनाव लड़ी थीं।
शाहनवाज अली, गाजियाबाद। ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में गाजियाबाद की सबा हैदर ने अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से चुनाव मैदान में रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार पैटी गुस्टिन को साढ़े आठ हजार वोट से हराकर जीत दर्ज की।
पिछली बार के चुनाव में वह एक हजार के अंतर से चुनाव हार गई थीं। उनकी जीत से यहां परिवार के लोगों में जश्न का माहौल है।
एक-दूसरे को मिठाई खिलाते परिवार के सदस्य। फोटो- जागरण
कितने वोट मिले?
- सबा हैदर 39,365
- पेट्रीसिया पैटी गुस्टिन 30,844
- कुल वोट डाले गए 70,109
- जीत का अंतर 8,521 वोट
अमेरिका में योग को बढ़ावा दे रहीं सबा हैदर
गाजियाबाद के चित्रगुप्त विहार की रहने वालीं सबा हैदर पिछले करीब डेढ़ दशक से अमेरिका में दुनिया के अनेक देशों के लोगों में योग को बढ़ावा दे रही हैं। वह हजारों लोगों को ऑनलाइन व ऑफलाइन योग प्रशिक्षण देती हैं। इस बीच स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और नशा विरोधी जागरूकता अभियान के प्रति लोगों को जागरूक कर रही हैं। इसके अलावा सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं।डेमोक्रेटिक पार्टी ने वर्ष 2022 में भी बनाया था उम्मीदवार
उनकी उपलब्धि और सामाजिक कार्यों में उनकी रुचि को देखते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी ने वर्ष 2022 के ड्यूपेज काउंटी बोर्ड के चुनाव में उन्हें उम्मीदवार बनाया था, जिसमें उन्हें रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार से करीब एक हजार वोट से हार का सामना करना पड़ा था। हार के बावजूद उन्होंने अपना अभियान जारी रखे। सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन्हें ड्यूपेज काउंटी स्वास्थ्य बोर्ड की सदस्य मनोनीत किया था। चुनावी कैंपेन के दौरान सबा हैदर।इस बार फिर से डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन्हें चुनाव अपना उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में उतारा। यहां करीब 9,30 लाख मतदाताओं वाले क्षेत्र में उन्होंने रिपब्लिक पार्टी की उम्मीदवार पैटी गुस्टिन को हराकर जीत दर्ज की। उन्हें 39,260 और प्रतिद्वंद्वी पैटी गुस्टिन को 30841 वोट मिले हैं। वह यह चुनाव 8419 वोट से जीत गईं। मोबाइल कॉल के जरिये दैनिक जागरण से हुई बात में सबा हैदर ने जागरण को बताया कि उनका लक्ष्य क्षेत्र में विकास कार्यों के अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण और नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान जारी रखना है।सबा हैदर की पारिवारिक पृष्ठभूमि
सबा हैदर गाजियाबाद के चित्रगुप्त विहार में रहने वाले जल निगम के रिटायर्ड वरिष्ठ अभियंता अली हैदर की बेटी हैं। उनकी माता महजबीं हैदर कमजोर वर्ग के बच्चों को शिक्षा देने के लिए एक स्कूल चलाती हैं। वह अब्बास हैदर और जीशान हैदर दो भाईयों में बड़ी हैं। अमेरिका में सबा हैदर अपने पति अली काजमी और बच्चों अजीम अली, आएजा अली के साथ।2005 में अली काजमी से हुआ था सबा हैदर का विवाह
उन्होंने होली चाइल्ड से प्रारंभिक शिक्षा ली है। इसके बाद रामचमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज से बीएससी में टापर और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमएससी और वाइल्ड लाइफ शिक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं। उनका विवाह 2005 में अली काजमी से हुआ, जो बैंक ऑफ अमेरिका में एक बड़े पद पर हैं। वह 2007 में उनके साथ अमेरिका चली गईं। उनके एक बेटा अजीम काजमी और बेटी आयजा काजमी हैं। अजीम 12वीं और आयजा आठवीं क्लास में है।परिवार में जश्न का माहौल
चित्रगुप्त विहार स्थित उनके मायके में खुशी का माहौल है। उनके छोटे भाई जीशान हैदर ओमान में बिजनेस करते हैं। उन्होंने मोबाइल से वीडियो कॉल कर परिवार के अन्य लोगों को बधाई दी है। वहीं, उनकी मम्मी महजबीं हैदर, पापा अली हैदर, भाई अब्बास हैदर और भाभी कशिश ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर जीत की मुबारकबाद दी।अमेरिका में उपलब्धियां
- सह आयोजक ऑफ इंटरनेशनल योगा डेइन शिकागो
- सक्रिय सदस्य द हिंदू टेंपल ऑफ ग्रेटर शिकागो
- विवेकानंद इंटरनेशनल ईस्ट
- वेस्ट योगा कान्फ्रेंस शिकागो में प्रतिभाग
- संस्कृत एवं प्राणायाम कार्यशाला अमेरिका
- योग गुरु आरान्या योग भारतीय नृत्य एवं योगा शिकागो चक्राज
शैक्षिक और राजनीतिक उपलब्धियां
- होली चाइल्ड स्कूल में प्रारंभिक शिक्षा के साथ ही 12वीं तक पढ़ाई की।
- राम चमेली चड्ढा विश्वास गर्ल्स कॉलेज गाजियाबाद में बीएससी में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं।
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एमएससी के साथ ही वाइल्ड लाइफ शिक्षा में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं।
- वर्ष 2005 में उनकी शादी कंप्यूटर इंजीनियर अली काजमी से हुई और 2007 में वह अमेरिका चली गईं। खाली वक्त में योग को उन्होंने अमेरिकी व दूसरे देश की महिलाओं को सिखाना शुरू किया।
- 2022 में ड्यूपेज काउंटी बोर्ड सदस्य का चुनाव लड़ा, एक हजार से हार मिली।
- 2024 में ड्यूपेज काउंटी बोर्ड का चुनाव लड़ा और करीब साढ़े आठ हजार से जीत मिली।