TV सीरियल देख सौतेली मां ने बेटे को उतारा मौत के घाट, साथी के साथ मिलकर शव को सेप्टिक टैंक में छिपाया
सौतेली मां ने टीवी पर क्राइम पर आधारित सीरियल देखा कि उसमें युवक की हत्या करने के बाद पत्थर से बांधकर नहर में फेंका गया। वहीं से उसने अपनी एक महिला साथी के साथ मिलकर पटकथा लिख दी। उसे रास्ते से हटाने और पुलिस से बचने की योजना तैयार की। सौतली मां ने 11 वर्षीय बेटे की चुन्नी से गला दबाकर हत्या करके शव को टैंक में छिपा दिया।
By Vikas VermaEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Mon, 16 Oct 2023 10:00 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मोदीनगर। असुरक्षित भविष्य की भावना में सौतली मां ने 11 वर्षीय बेटे की चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद शव सेप्टिंक टैंक में छिपा दिया। शव पानी में ऊपर ना आए इसलिए उसने टैंक के स्लाप के पत्थर का टुकड़ा शव के पैर में बांध दिया।
पुलिस ने दो महिला को दबोचा
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो वारदात से पर्दा हटा। महिला ने अपनी साथी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित महिला ने पुलिस को बताया कि सौतेले बेटे का बर्ताव उसके प्रति सही नहीं था।
उसकी बेटी को भी अपनी बहन नहीं मानता था। यदि वह उसकी हत्या नहीं करती तो भविष्य में वह उसकी हत्या कर देता। बेटी का भविष्य अंधेरे में रहता। गाेविंदपुरी स्थित डबल स्टोरी कालोनी में महिपाल सैन किराये के मकान पर रहते हैं। उनके दो बेटे राहुल, रोहित व एक बेटी रचना हैं।
उनका गोविंदपुरी में ही हेयर सैलून हैं। जहां राहुल व महिपाल काम करते हैं। बेटे राहुल का तीन साल पहले बुलंदशहर की राजकुमारी से तलाक हुआ था। जिसके बाद बेटा शब्द उर्फ सद्दी (11) राहुल के पास आया और बेटी तपस्या को राजकुमारी अपने साथ ले गई। कुछ ही महीने बाद राहुल की बागपत की रेखा से शादी हुई।
दोनों की यह दूसरी शादी थी। रेखा काे पहले पति से एक बेटी डेढ वर्षीय परी थी। कुछ दिन राहुल नोएड़ा रहे, लेकिन शादी के बाद यहीं रहने लगे। रविवार दोपहर को करीब तीन बजे शब्द लापता हो गया। शाम तक भी वह घर नहीं पहुंचा तो राहुल ने थाने में शिकायत की। पुलिस ने छानबीन की।
शक पर पुलिस ने ली घर की तलाशी
मकान के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले, लेकिन पता नहीं चला। सोमवार दोपहर पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो सभी में शब्द मकान के अंदर जाता दिखा। किसी में भी वह बाहर आता नहीं दिखा। इसलिए पुलिस को शक हुआ तो घर में तलाश शुरू की।
देखा तो सेप्टिक टैंक का स्लाप टूटा था। उसपर लकड़ी का फट्टा रखा था। शक के आधार पर पुलिस ने लाठी से टैंक को खंगाला तो अंदर शव का पता चला। पुलिस ने शव बाहर निकाला तो वह शब्द का ही था। उनके दाहिने पैर में चुन्नी से पत्थर बंधा था। गले पर चोट के निशान थे। सूचना पर एसएचओ मोदीनगर पुष्पराज सिंह टीम के साथ पहुंचे और छानबीन की।रेखा से पूछताछ की तो वह बार-बार अपने बयान बदलने लगी। पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस के मुताबिक, रेखा को अपनी भविष्य की चिंता थी। शब्द के बर्ताव से उसे लगता था कि वह भविष्य में उन्हें अपने पास नहीं रखेगा। उसकी बेटी को भी भाई जैसा प्रेम नहीं मिलेगा। ऐसे में यदि अभी शब्द को रास्ते से नहीं हटाया तो भविष्य अच्छा नहीं होगा।
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