कुत्तों का आतंक: साहिबाबाद के पार्श्वनाथ पैराडाइज सोसायटी में पागल कुत्ते ने 7 लोगों को काटा
दिल्ली- एनसीआर में कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला गाजियबााद के साहिबाबाद का है। यहां पर पार्श्वनाथ सोसायटी में पागल कुत्ते ने सात लोगों को काट लिया है। आरडब्ल्यूए की शिकायत पर नगर निगम की टीम कुत्ते को इलाज के लिए ले गई है।
By Jagran NewsEdited By: Prateek KumarUpdated: Wed, 19 Oct 2022 05:19 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली- एनसीआर में कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला गाजियबााद के साहिबाबाद का है। यहां पर पार्श्वनाथ सोसायटी में पागल कुत्ते ने सात लोगों को काट लिया है। आरडब्ल्यूए की शिकायत पर नगर निगम की टीम कुत्ते को इलाज के लिए ले गई है। वहीं सोसायटी में जिन लोगों को कुत्ते ने काटा है उन्हें अस्पताल में रैबीज का इंजेक्शन लगाया गया है।
दिनों- दिन बढ़ता ही जा रहा कुत्तों का आतंक
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से शहर में कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन कहीं-ना- कहीं कुत्ते के द्वारा काटने की खबर पढ़ने- सुनने को मिल ही जा रही है। मंगलवार को नोएडा के सेक्टर 100 स्थित लोटस बुलेवार्ड सोसायटी में कुत्ते के काटने से बच्चे की मौत हो गई थी। इसके बाद लोगों में आक्रोश फैल गया जिसके बाद लोग सोसायटी परिसर में इकट्ठा होकर एओए के इस्तीफा देने व डाग लवर पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे बाद में फिर सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया।10 महीने में 35 हजार से ज्यादा लोग हुए शिकार
पिटबुल, राटवेइलर और डोगो अर्जेंटीनो को पालने पर रोक के बाद भी कुत्तों के काटने के मामले कम नहीं हो रहे हैं, क्योंकि अभी इस नियम को लागू होने में दो माह का समय लगेगा। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 10 माह में 35,227 लोगों को कुत्तों ने काटा है। सबसे अधिक जनवरी और फरवरी में कुत्तों ने 10,435 लोगों को काटा ।24 घंटे में 142 ने लगवाई वैक्सीन
सोमवार को शहर में 154 लोगों को कुत्तों ने काटा है। जिला एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डा. मनोज कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि मंगलवार को भी दोपहर बाद दो बजे तक 142 लोगों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई गई। इनमें 25 बच्चे भी शामिल हैं।Bank Holiday October 2022: 31 अक्टूबर तक कब-कब रहेंगे बैंक बंद? छुट्टियों के हिसाब से बनाएं प्लान
दिल्ली- एनसीआर की खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।