जमीन खा गई या आसमान निगल गया! 20 साल पहले लॉकर में रखा सोना-चांदी गायब, एक कॉल ने उड़ा दिए महिला के होश
नोएडा के एक बैंक लॉकर में रखे 5 लाख के नोटों को दीमकों को चट करने की घटना सामने आए हुए चार दिन भी नहीं हुए थे कि गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के एक ब्रांच से चौंकाने वाला मामला सामने आ गया है। यहां बैंक ने एक परिवार को फोन कर बताया कि लॉकर में रखे उनके लाखों के गहने गायब हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, मोदीनगर। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से सटे मोदीनगर के राज चौपले पर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के लॉकर से 40 तोला साेना व 60 तोला चांदी के जेवर गायब होने का मामला सामने आया है।
20 साल से पीड़ित परिवार ने लॉकर में जेवर रखे हुए थे। दो महीने पहले उन्होंने लॉकर चेक किया था, उस समय जेवर वहीं थे।
अब सोमवार को उनके पास बैंक से काल आई कि लॉकर खुला हुआ है। उसमें से सामान गायब है। पीड़ित परिवार ने चोरी का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दी है।
20 साल पहले रखे थे जेवर
पुलिस जांच कर रही है। कोतवाली क्षेत्र की आदर्श नगर कालोनी की ईशा गोयल का बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता है। उनके मुताबिक, उन्होंने बैंक के लॉकर संख्या बी- 42 में बीस साल पहले जेवर रखे थे।
तभी से समय-समय पर आकर लॉकर चेक किया जाता था। यह लॉकर उनके व पति अंकुश व ससुर जयकिशन के नाम से है। यहां 28 अगस्त को ससुर लॉकर चेक करने आए थे।
थाने पहुंचा परिवार
सोमवार को बैंक से आया फोन और...
उस समय वहां जेवर रखे थे। लेकिन अब सोमवार को उनके पास बैंक से काल आई कि उनका लॉकर खुला मिला है। आनन-फानन में परिवार ने बैंक पहुंचकर लॉकर चेक किया तो उसमें से जेवर गायब थे।
पीड़ित परिवार के मुताबिक, लॉकर से सारा जेवर गायब थे। इनकी कीमत लाखों में है। एसीपी मोदीनगर ज्ञान प्रकाश राय ने बताया कि बैंक के सीसीटीवी फुटेज चेक किये जा रहे हैं। जल्द घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
ग्राहक ने अपनी चाबी से खुद ही सामान निकाला है। इसमें बैंक की कोई गलती नहीं है। चोरी का आरोप पूरी तरह गलत है। पुलिस जांच कर रही है।- अवनीश उपाध्याय, बैंक प्रबंधक।
नोएडा से भी लॉकर से जुड़ी आई चौंकाने वाली खबर
बीते हफ्ते नोएडा में एक बैंक की शाखा से भी एक चौंकाने वाली खबर सामने आई थी। दरअसल यहां एक लॉकर में रखे 5 लाख रुपयों के नोट दीमक चट कर गए थे।
इसके साथ ही दीमकों ने गहनों के डिब्बे भी नहीं छोड़े थे। यह खबर जब प्रकाशित हुई तो लोगों में हड़कंप मच गया। अगले दिन बैंक के कई ग्राहक शाखा पहुंचक अपने-अपने लॉकर से सामान निकाल ले गए।
बैंक ने दिया आरबीआई की गाइडलाइन के तहत कार्रवाई का आश्वासन
लॉकर होल्डर ने जब इस मामले की शाखा प्रबंधक से शिकायत की तो उन्होंने आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक कार्रवाई का आश्वासन दिया। रुपयों में दीमक लगने की वजह दीवार में आई सीलन को बताया जा रहा है।