Ghaziabad News: सावधान! भीषण गर्मी ले रही लोगों की जान, हीट स्ट्रोक के 87 मरीज भर्ती; तीन की मौत
दिल्ली समेत पूरे भारत में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। इस गर्मी के कारण लोग बेहोश हो रहे हैं। ऐसे ही गाजियाबाद में बुखार से बेहोश हुए तीन लोगों की मौत हो गई। यहां पर हीट स्ट्रोक के कारण 87 मरीज भर्ती हुए थे। शुक्रवार को पारा 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया। चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए डॉक्टरों ने लोगों को कुछ सलाह दी है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। शुक्रवार को जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में हीट स्ट्रोक के 87 मरीज भर्ती हुए। विजय नगर के रहने वाले 80 वर्षीय बनारस को बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया। सीएमएस डा. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि उक्त बुजुर्ग को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बुजुर्ग को दो दिन से तेज बुखार और उल्टी दस्त की शिकायत थी।
इसके अलावा राजनगर एक्सटेंशन स्थित झुग्गियों में रहने वाले 45 वर्षीय ओमप्रकाश की गर्मी के चलते हालत बिगड़ गई। संयुक्त अस्पताल की इमरजेंसी में चिकित्सकों ने उक्त को मृत घोषित कर दिया। रेलवे स्टेशन के माल गोदाम के पास 74 वर्षीय रविंद्र पल मृत अवस्था में मिलने पर जीआरपी मौके पर पहुंची। आशंका जताई गई है की उक्त की मौत गर्मी के चलते हुई है।
एमएमजी की ओपीडी में हीट स्ट्रोक के पहुंचे 87 मरीज
शुक्रवार को तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों की ओपीडी और इमरजेंसी में हीट स्ट्रोक, डायरिया, उल्टी-दस्त, डिहाइड्रेशन और बुखार के मरीजों की संख्या अधिक रही। एमएमजी की ओपीडी में हीट स्ट्रोक के 87 मरीज पहुंचे। इनमें से 21 को भर्ती कराया गया है।इसके अलावा इमरजेंसी में उल्टी-दस्त के 19 मरीज पहुंचे। इनमें से नौ मरीजों को भर्ती किया गया। एमएमजी की ओपीडी में बुखार से तपते हुए 33 बच्चे पहुंचे। इनमें से 14 को भर्ती किया गया है। सीएमएस डा. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि ओपीडी में पहुंचे कुल 1641 में 803 महिला और 559 पुरुष मरीज शामिल हैं।
बुखार के 331 और 279 बीमार बच्चे पहुंचे। आंखों में खुजली और जलन के 232 मरीज पहुंचे। भर्ती मरीजों की संख्या 128 है। संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में पहुंचे 820 मरीजों में 371 महिला,268 पुरुष और 66 बीमार बच्चे शामिल हैं। वरिष्ठ फिजिशियन डा. संतराम वर्मा की सलाह है कि बाहर का खाना न खाएं।
सुबह 11 बजे से दोपहर चार बजे तक बाहर निकलने से बचें। जरूरी हो तो छाता लेकर निकलें। सिर पर कैप लगाएं। पानी का खूब सेवन करें। थकावट व बेहोश होने की स्थिति में चिकित्सक से संपर्क जरूर करें। ओआरएस का पैकेट घर में जरूर रखें। ताजे फल व सब्जियों का सेवन करें। रोग विशेषज्ञ डा. नरेन्द्र की सलाह है कि धूप में निकलने से पहले आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे लगाएं। धूल से बचाव जरूर करें। बिना चिकित्सक की सलाह के कोई आई ड्राप न डालें।
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