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Ghaziabad Murder Case: कारोबारी के हत्यारे ने कोर्ट में किया सरेंडर, इस हालत में मिली थी लाश

Ghaziabad Murder Case गाजियाबाद में टाइल्स कारोबारी ऋषभ चौधरी की हत्या के आरोपी अनुज शर्मा ने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है। ऋषभ की सोमवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनका शव मंगलवार सुबह बसंत रोड के किनारे मिला था। पुलिस ने अनुज के अलावा दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है।

By Abhishek Singh Edited By: Kapil Kumar Updated: Tue, 24 Sep 2024 10:57 PM (IST)
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गाजियाबाद में कारोबारी की हत्या के मामले में आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर किया। जागरण फोटो
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद में न्यू कालका गढ़ी के पास टाइल्स का कारोबार करने वाले ऋषभ चौधरी की सोमवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनका शव सुबह बसंत रोड के किनारे जीडीए की ऑफिसर्स कॉलोनी से चंद कदमों की दूरी पर पड़ा मिला था। मुख्य आरोपित अनुज ने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया।

इस वारदात के दौरान मौके पर दो अन्य लाेग मौजूद थे, जिनमें से एक ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को दी है। पुलिस जब तक मुख्य हत्यारोपित को गिरफ्तार करती, उससे पहले ही उसने आर्म्स एक्ट के एक मामले में कोर्ट मेें आत्मसमर्पण कर दिया है।

ऋषभ चौधरी परिवार के साथ पंचवटी कॉलोनी में रहते थे। वह न्यू कालका गढ़ी में संदीप सिंह के साथ टाइल्स का कारोबार करते थे। संदीप ने बताया कि रात को नौ बजे दुकान से स्कूटी लेकर ऋषभ रोजाना की तरह घर जाने के लिए निकला, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा।

पुलिस ने बताया कि ऋषभ का शव मंगलवार सुबह छह बजे के करीब बसंत रोड के किनारे पड़ा मिला, शव के पास ही तमंचा रखा था। आसपास के लोगों की मदद से उसके शव की शिनाख्त कर सूचना उसके स्वजन को दी गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस शुरुआत में इसे हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से देख रही थी। इस बीच ऋषभ के परिवार वालों ने हत्या का आरोप लगाया।

पुलिस की जांच में पता चला है कि रात को घर जाते वक्त ऋषभ का संपर्क अपने दोस्त अनुज शर्मा, चचेरा भाई मुकुल गुप्ता और पुलकित गोयल से हुआ। चारों ने मिलकर हरिद्वार जाने का प्लान बनाया, अनुज ने फोन कर यह जानकारी अपनी पत्नी को दी और रात में घर न आने के लिए बताया।

जीडीए ऑफिसर्स कालोनी के पास मिला था शव

इसके बाद चारों एक कार से गाजियाबाद से हरिद्वार के लिए निकले, लेकिन वे हरिद्वार नहीं पहुंचे, सुबह ऋषभ का शव बसंत रोड के किनारे जीडीए ऑफिसर्स कालोनी के पास मिला। उसके सिर में गोली लगी थी, पास में ही तमंचा पड़ा था। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी भेजा, उसके मोबाइल पर जब पत्नी ने सुबह फोन किया तो पुलिस ने उनको थाने पहुंचने के लिए कहा। जब स्वजन थाने पहुंचे तो उनको मामले की जानकारी हुई।

पुलिस ने एक सूचना पर जब ऋषभ के चचेरे भाई मुकुल गुप्ता को हिरासत में लिया तो उसने बताया कि गाजियाबाद से ऋषभ और अनुज शर्मा पहले साथ में मिलकर कारोबार करते थे, जिसमें पैसों के लेनदेन को लेकर दोनों के बीच विवाद और मारपीट हुई थी। हरिद्वार जाते वक्त भी इसी बात को लेकर कहासुनी हुई तो ऋषभ ने हरिद्वार जाने से मना कर दिया। परतापुर से सब लोग वापस गाजियाबाद आ गए। बसंत रोड पर उन्होंने कार खड़ी की।

आरोपित ने मुकुल को उसके घर छोड़ा

इस बीच अनुज शर्मा कार से बाहर निकलकर अकेले घर गया और कुछ देर बाद वापस लौटा। कार से जब ऋषभ टायलेट करने के लिए नीचे उतरा तो ऋषभ ने तमंचे से सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। जिससे डरकर मुकुल गुप्ता मौके से भागकर एक कॉलोनी में छिप गया। अनुज ने पुलकित को कार में बैठाया और उसे होली चाइल्ड चौराहे के पास छोड़ा और खुद भाग निकला। कुछ देर बाद पुलकित ने मुकुल को फोन किया और उसे लेने के लिए घटनास्थल के पास पहुंचा। आरोपित ने मुकुल को उसके घर छोड़ा। मुकुल ने पकड़े जाने से पहले हत्या की पूरी बात फोन कर अपने एक रिश्तेदार को बताई, जिन्होंने इसकी सूचना ऋषभ के ससुर को दी।

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एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि इस मामले में गोली मारने वाले आरोपित अनुज शर्मा के खिलाफ विजयनगर थाने में आर्म्स एक्ट का एक केस दर्ज था, इस केस में उसने मंगलवार को दिन में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलकित और मुकुल को हिरासत में लिया गया है। अब तक इस मामले में तहरीर नहीं मिली है, तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कार्रवाई की जाएगी।

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