दिल्ली पुलिस से हुआ विवाद, हिस्ट्रीशीटर ने यूपी पुलिस के सिपाही को उड़ाया; हत्या का मुकदमा दर्ज
गाजियाबाद के विजय नगर में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर ड्यूटी के दौरान सिपाही विपिन कुमार की एक तेज रफ्तार कार की टक्कर से मौत हो गई। पुलिस ने कार चालक और उसके भाई को गिरफ्तार कर हत्या का मामला दर्ज किया है। विपिन 22 अगस्त को घायल हुए थे और रविवार को उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। विजय नगर थाना क्षेत्र के दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे (डीएमई) पर आइपीएम कालेज कट के पास ड्यूटी के दौरान 22 अगस्त को अर्टिगा कार से टक्कर लगने पर घायल हुए सिपाही विपिन कुमार की रविवार तड़के उपचार के दौरान मौत हो गई।
पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर कार चालक विपिन और उसके भाई सुमित को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह हरियाणा से गाजियाबाद आ रहे थे। रास्ते में गाड़ी चलाने को लेकर दिल्ली पुलिस से उनका विवाद हो गया। इससे खफा होकर उन दोनों ने डीएमई पर पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ा दी।
एक पुलिसकर्मी बच गया जबकि, दूसरा पुलिसकर्मी टक्कर लगने पर 10 मीटर उछल गया। पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस लाइन में रविवार दोपहर को सिपाही के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गई।
विजय नगर थाने में तहरीर दी
बुलंदहशर, खुर्जा के विमला नगर निवासी 31 वर्षीय विपिन कुमार ट्रैफिक पुलिस में सिपाही थे। वह 22 अगस्त को डीएमई के किनारे ड्यूटी कर रहे थे। शाम 6:15 बजे अर्टिगा कार ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद विपिन के भाई अक्षय कुमार ने विजय नगर थाने में तहरीर दी।
मणिपाल अस्पताल में भर्ती करवाया
अक्षय भी ट्रैफिक पुलिस में सिपाही हैं। अक्षय के मुताबिक उनका भाई विपिन को कार के चालक ने जान से मारने की नीयत से टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद कार उनके भाई के ऊपर से गुजर गई। गंभीर रूप घायल विपिन को मणिपाल अस्पताल में भर्ती करवाया। विजय नगर पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा में रिपोर्ट दर्ज की थी।
उपचार के दौरान रविवार तड़के विपिन की मौत हो गई। पुलिस ने कार चालक विनीत और उसके भाई सुमित को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। दुर्घटना के दौरान विनीत और सुमित कार में बैठे थे।
50 मीटर दूर जाकर गिरे
पुलिस के मुताबिक विनीत हिस्ट्रीशीटर है। उस पर मारपीट और चोरी के छह मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित का पिता और चाचा भी हिस्ट्रीशीटर है। उसके भाई सुमित ने 13 अगस्त 25 को नई कार खरीदी थी। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि घटना के दौरान कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल रही थी। टक्कर लगते ही सिपाही 10 मीटर उछल गया और 50 मीटर दूर जाकर गिरा। हादसे बाद सिपाही की आईसीयू में हालत नाजुक बनी हुई थी।
दो लेन पार कर मारी सिपाही को टक्कर
सोशल मीडिया पर प्रसारित 27 सेकंड की वीडियो में सिपाही डीएमई की सड़क के किनारे खड़ा हुआ नजर आ रहा है। यहां डीएमई का निकास प्वाइंट है। डीएमई से वाहन निकल रहे हैं।
निकास प्वाइंट पर जाम लगा है। सिपाही किनारे पर खड़े होकर वाहनों को निकलवा रहा है। तभी तेज गति से चल रही सफेद रंग की कार दो लेन कूदकर किनारे वाली लेन पर आती है।
सिपाही कार को अपनी ओर आता देख बचने की कोशिश करता दिख रहा है लेकिन कार सिपाही को टक्कर मार देती है। टक्कर लगते ही सिपाही हवा में उछाल गया। वीडियो देख लोग सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे है कि कार चालक ने जानबूझकर सिपाही को टक्कर मारी है।
तीन बच्चे और पत्नी छोड़ गए विपिन
विपिन कुमार 2016 पुलिस में भर्ती हुए थे। विपिन की शादी 2015 में हुई थी। विपिन के तीन बच्चे हैं। इनमें दो जुड़वा बच्चे हैं। पोस्टमार्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को पुलिस लाइन लाया गया।
पुलिस आयुक्त, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं कानून व्यवस्था सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने सिपाही के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया। इसके बाद शव को उनके स्वजन को सौंप दिया गया।
"पुलिस ने कार कार सवारों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पूछताछ के बाद दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद सिपाही के पार्थिव शरीर को स्वजन को सौंप दिया है।"
-रितेश त्रिपाठी, एसीपी, कोतवाली
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