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UP Police Bharti: गाजियाबाद में सिपाही भर्ती परीक्षा दे गए दो मुन्नाभाई, फॉरेंसिक जांच में खुला मामला

2019 में हुई यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में गाजियाबाद के एक स्कूल में दो मुन्नाभाई पकड़े गए। तीन साल की जांच के बाद पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जांच में अभ्यर्थियों के फिंगरप्रिंट मैच नहीं हुए थे। मुकदमा लखनऊ के हुसैनगंज में दर्ज कर गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया है। जानिए क्या है पूरा मामला...

By vinit Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 11 Nov 2024 10:20 AM (IST)
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दो मुन्नाभाई फर्जीवाड़ा कर गाजियाबाद में पुलिस भर्ती परीक्षा में बैठे थे। फोटो- जागरण ग्राफिक्स
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। वर्ष 2019 में हुई सिपाही भर्ती परीक्षा में राजनगर एक्सटेंशन के एक स्कूल में बनाए गए सेंटर में दो मुन्नाभाई परीक्षा दे गए। तीन साल चली जांच के बाद पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने अभ्यर्थियों पर सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

राजनगर एक्सटेंशन के स्कूल में दी थी परीक्षा

यूपी पुलिस में सिपाही पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा 27 जनवरी 2019 को हुई थी। राजनगर एक्सटेंशन में बाल जगत सीनियर सेकेंडरी स्कूल को भी परीक्षा केंद्र बनाया गया था।

इस केंद्र पर हरियाणा के सोनीपत जिले स्थित गोहाना निवासी नीरज पुत्र जयभगवान और गोहाना के गांव रभ्र निवासी जगदीप पुत्र अंतराम ने भी परीक्षा दी। परीक्षा के बाद 17 जनवरी 2020 को लखनऊ पुलिस लाइन में शारीरिक परीक्षण और कागजों की जांच के लिए अभ्यर्थी बुलाए गए।

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मैच नहीं हुए अभ्यर्थी के फिंगरप्रिंट

दोनों अभ्यर्थी के बायोमेट्रिक मिसमैच पाए जाने पर मामला जांच के लिए भर्ती बोर्ड भेज दिया गया। बोर्ड ने दोनों अभ्यर्थी जांच के लिए बुलाए, लेकिन जगदीप कई बार बुलाने के बाद भी नहीं आया। नीरज अप्रैल 2023 में बोर्ड के समक्ष पेश हुआ। उसके बायोमेट्रिक और फिंगरप्रिंट के नमूने लिए गए।

लखनऊ से गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया केस

फॉरेंसिक लैब की जांच में आया की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी और बोर्ड की जांच में नमूना देने वाले अभ्यर्थी के फिंगरप्रिंट अलग-अलग है।

इस मामले में पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के डिप्टी एसपी अंबरीश सिंह भदोरिया की शिकायत पर सिहानी गेट थाने में केस दर्ज किया गया है। एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा का कहना है कि मुकदमा लखनऊ के हुसैनगंज में दर्ज कर गाजियाबाद ट्रांसफर किया गया है। जांच के बाद शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।

पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वाले चार आरोपी गिरफ्तार

उधर, राजनगर एक्सटेंशन में व्यापारियों से माल मंगाकर ठगी करने वाले चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों ने प्रताप विहार और खोड़ा के दो व्यापारियों को पुलिसकर्मी बनकर फोन किया और राजनगर एक्सटेंशन में माल मंगाकर ठगी की है। दो ऑर्डर ऑनलाइन मंगाए थे। पुलिस ने आरोपितों से एक अर्टिगा कार, चार एलईडी और चार एसी बरामद किए हैं।

एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा के मुताबिक पकड़े गए आरोपित दिल्ली के मंडावली निवासी मनीष कुमार, ईस्ट विनोद नगर निवासी जसवीर सिंह, धौलाना निवासी तमीम और दिल्ली के मधु विहार निवासी दिलशाद हैं।

मनीष कुमार और जसवीर सिंह ने ठगी की घटना को अंजाम दिया है जबकि तमीम और दिलशाद कबाड़ी है। उन्हें 20 हजार रुपये में प्रति एसी और 15 हजार रुपये एलईडी का सौदा कर माल बेचा था। जसवीर ने ही दोनों व्यापारियों को पुलिसकर्मी बनकर फोन किया था। 

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