Uttar pradesh: लोनी के जंगल में ध्वस्त की गईं 19 अवैध फैक्ट्रियां
उत्तर प्रदेश के लोनी क्षेत्र के जंगल में 19 अवैध फैक्ट्रियां ध्वस्त कर दी गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और प्रशासन की टीम ने यह कार्रवाई की है। दैनिक जागरण की खबर पढ़कर अवैध फैक्ट्री चलने के स्थानों का पता चला था।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Thu, 12 Jan 2023 12:57 PM (IST)
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद: लोनी क्षेत्र में चिरौड़ी, अफजलपुर, टीला शहबाजपुर और भनेड़ा खुर्द गांव के जंगल में बुधवार को प्रशासन ने 19 अवैध फैक्ट्रियों को ध्वस्त कर दिया। दैनिक जागरण में अवैध फैक्ट्रियों की प्रकाशित खबरों का संज्ञान लेते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और प्रशासन की टीम ने यह कार्रवाई की है। सहायक पर्यावरण अधिकारी एनके पांडेय व तहसीलदार शिवनरेश सिंह भारी पुलिस बल के साथ सबसे पहले टीला शहबाजपुर गांव के जंगल में पहुंचे। यहां तार गलाने की चार फैक्ट्रियां चल रही थीं।
Ghaziabad News: शराब की बिक्री के साथ ही बढ़ रहे तस्करटीम के पहुंचते ही संचालक और कर्मचारी मौके से फरार हो गए। चारों फैक्ट्रियों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया।अफजलपुर में पांच फैक्ट्रियां में भट्ठियों में रांगा निकाला जा रहा था। यहां भी सभी भट्ठियों को ध्वस्त कर दिया गया। भनेड़ा खुर्द गांव के जंगल में नहर के किनारे 10 फैक्ट्रियां चल रही थीं। बुलडोजर और पुलिस की टीम को देखकर सभी कर्मचारी मौके से फरार हो गए। सभी फैक्ट्रियों को बुलडोजर से तोड़ दिया गया।
बनाई जा रही सूची
दैनिक जागरण ने पड़ताल कर जिन जगहों पर फैक्ट्रियों को दिखाया था उन सभी स्थानों की ज्यादातर फैक्ट्रियों को ध्वस्त कर दिया गया है। फैक्ट्री जिन किसानों की भूमि पर चल रही है उनसे संचालकों के नाम मांगे जाएंगे। इसके बाद इन पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। तहसीलदार ने बताया कि फैक्ट्रियों तक पहुंचना बहुत मुश्किल था। उनकी टीम पैदल चलकर कई फैक्ट्रियों तक पहुंची।
किसानों पर भी हो सकती है कार्रवाई
तहसीलदार शिवनरेश ने बताया कि जिन किसानों ने फैक्ट्री चलाने के लिए भूमि किराए पर दी है उनको भी नोटिस जारी किया जाएगा। इसके बाद भी वह अपनी भूमि को दोबारा अवैध फैक्ट्रियों के लिए किराए पर देते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को जिन किसानों की भूमि पर फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई की गई, उनका रिकार्ड सुरक्षित रख लिया गया है। आगे इन स्थानों पर निगरानी रखी जाएगी।किया गया तेजाब का निस्तारण
तहसीलदार ने बताया कि फैक्ट्री ध्वस्त करने के साथ ही तेजाब व अन्य नुकसानदायक केमिकल का निस्तारण करने में परेशानी हुई। तेजाब को गड्ढे खोदकर दबाया गया। यदि तेजाब को खुला छोड़ देते तो पशु-पक्षी या कोई व्यक्ति उसकी चपेट में आ सकता था। कार्रवाई से पहले प्रशासन ने सभी फैक्ट्रियों की जानकारी निकलवा ली थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।