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World Mosquito Day: बरसात के मौसम में कैसे काबू में आया डेंगू का प्रकोप? इन लक्षणों से होती है बीमारी की पहचान

World Mosquito Day 2024 मंगलवार यानी आज (20 अगस्त) को विश्व मच्छर दिवस है। वहीं लोगों की जागरूकता से मच्छरों का प्रकोप कम हुआ है। हालांकि बरसात के मौसम में ये पनपने लगते हैं। इस साल मच्छरों के काटने से होने वाले डेंगू के मामले काफी हद तक काबू में है। इ पढ़िए आखिर डेंगू के क्या-क्या लक्षण होते हैं।

By Kapil Kumar Edited By: Kapil Kumar Updated: Tue, 20 Aug 2024 04:16 PM (IST)
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World Mosquito Day 2024 आज विश्व मच्छर दिवस है। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। World Mosquito Day 2024 आज विश्व मच्छर दिवस है, जिसका मकसद लोगों को मच्छर के काटने होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक करना है। मच्छर के काटने से होने वाले डेंगू का प्रकोप इस बार की बरसात में किसी हद तक काबू में है।

इसके पीछे संचारी रोग अभियान के तहत लोगों में जागरूकता और मौसम का मिजाज भी अनुकूल रहा। लगातार रिमझिम वर्षा होने पर पानी एकत्र हो जाता है और वह सूख नहीं पाता है। ऐसे में मच्छरों का लार्वा उसमें पनप जाते हैं। गत वर्ष डेंगू के इन दिनों तक जहां 50 से अधिक केस सामने आए थे।

वहीं, इस बार यह घटकर छह रह गए, लेकिन मलेरिया गत वर्ष के मुकाबला जस का तस है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अभियान के तहत इकट्ठा हुए पानी में जांच के दौरान अगस्त माह में 450 डेंगू लार्वा मिला है। बरसात के दिनों में मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है।

इस मौसम में मच्छर के काटने से कई बीमारियां पनपती हैं। इनमें डेंगू, मलेरिया, जीका वायरस और चिकनगुनिया शामिल हैं। खासकर, डेंगू और मलेरिया से अधिक बचाव जरूरी है। जुलाई में 683 और अगस्त माह में 450 स्थानों पर डेंगू लार्वा एयर कूलर, गमलों अन्य पात्रों में मिला।

वहीं, जिला मलेरिया विभाग की ओर से एंटी लार्वा का छिड़काव कराकर लार्वा को नष्ट किया गया। 16 से 30 जुलाई के बीच 8.32 लाख घरों का संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत सर्वे किया गया, जिसमें 457 बुखार के मरीज, 17 क्षय रोगी की पहचान हुई। इनका स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में उपचार कराया गया।

डेंगू रोग के लक्षण

- बुखार व सिर में अचानक तेज दर्द

- मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द

- उल्टी और जी मिचलाना

- आंखों के पीछे दर्द होना

- गंभीर स्थिति में नाक, मुंह और मसूड़ों से खून आना

- बार-बार बुखार आना

डेंगू लार्वा के संवेदनशील क्षेत्र

नासिरपुर फाटक और महेंद्रा एंक्लेव, झंडापुर, करहेड़ा, कनावनी, अर्थला, नंदग्राम, नूरनगर सिहानी, पीला क्वार्टर, प्रताप विहार सेक्टरा-11, सिद्धार्थ विहार-दो, राहुलविहार, डूंडाहेड़ा, बागू, क्रिश्चियन नगर, मिर्जापुर, कैला भट्ठा, दीनदयालुपरी, सेवानगर, मालीवाड़ा, गगन विहार, कृष्णा नगर, लाल क्वार्टर, लोहिया नगर, सर्वोदय नगर, सुंदरपुरी, ऊदलनगर, दौलतपुरा समेत 27 क्षेत्र स्वास्थ्य विभाग की ओर से संवेदनशील घोषित किए गए हैं।

संचारी रोग नियंत्रण अभियान का असर दिखाई दिया है। लोगों में डेंगू, मलेरिया से बचाव को लेकर लोगों में जागरूकता के साथ इस बार मौसम ने भी साथ दिया है। गत वर्ष के मुकाबले इस बार डेंगू के केस 50 के मुकाबले छह और मलेरिया के गत वर्ष की तरह आठ केस मिले हैं। डेंगू फैलाने वाला मच्छर साफ इकट्ठा हुए पानी में पनपता है। यह मच्छर दिन के समय काटता है। बचाव के लिए शरीर पर पूरे कपड़े पहनें। - डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी

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