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पोस्ट मास्टर बोला, 10 पैसा दिए बिना डाक विभाग में काम नहीं करा पाओगे, ‌‌‌वीडियो हो गया वायरल, जानिए फिर क्या हुआ?

डाक विभाग के लिए निवेश लाने वाले अधिकृत एजेंटों के कमीशन से 10 पैसा (फीसद) मांगने के लिए मामले में सहायक पोस्ट मास्टर मनोज सक्सेना को निलंबित कर दिया गया है। दूसरे सहायक पोस्ट मास्टर जेपी यादव और लिपिक प्रदीप राव को भी काउंटर से हटा दिया है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Tue, 07 Sep 2021 04:31 PM (IST)
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दूसरे सहायक पोस्ट मास्टर जेपी यादव और लिपिक प्रदीप राव को भी काउंटर से हटा दिया है।
गाजियाबाद [आयुष गंगवार]। डाक विभाग के लिए निवेश लाने वाले अधिकृत एजेंटों के कमीशन से 10 पैसा (फीसद) मांगने के लिए मामले में सहायक पोस्ट मास्टर मनोज सक्सेना को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही दूसरे सहायक पोस्ट मास्टर जेपी यादव और लिपिक प्रदीप राव को भी काउंटर से हटा दिया है। तीनों नवयुग मार्केट स्थित प्रधान डाकघर में तैनात हैं।

हुआ था वीडियो वायरल

मनोज सक्सेना एक वायरल वीडियो में एजेंट एवं राष्ट्रीय अल्प बचत अभिकर्ता संघ के जिलाध्यक्ष डीएन झा से यह कहते कैद हुए थे कि 10 पैसा दिए बिना डाक विभाग में काम नहीं करा पाओगे। जेपी यादव ने भी उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया था और वीडियो में प्रदीप राव की आवाज कैद थी, कि चेक जमा नहीं कर रहे हैं। वीडियो के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शिकायत की गई थी।

बाकी दोनों पर भी कार्रवाई जल्द

गाजियाबाद मंडल के निदेशक डाक सेवाएं, सुनील कुमार ने बताया कि उन्होंने वीडियो देख डाकघर के वरिष्ठ पोस्ट मास्टर मनोज कुमार को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था। मनोज कुमार ने प्राथमिक जांच के बाद मनोज सक्सेना को निलंबित कर जेपी यादव व प्रदीप को अन्य कार्यालयी कार्यों में लगा दिया है। सुनील कुमार का कहना है कि जेपी यादव व प्रदीप के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई जल्द हो सकती है।

दैनिक जागरण की खबर का हुआ असर

दैनिक जागरण ने चार सितंबर के अंक में डाक विभाग के एजेंटों पर 10 पैसे की मार शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित की थी। दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए डाक विभाग ने मनोज सक्सेना को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी है। यह जांच गाजियाबाद डाक विभाग के सहायक अधीक्षक कौशल सिंह को दी गई है।

यह है पूरा मामला

भारतीय डाकघर बचत योजना के अधिकृत एजेंट किसान बचत-पत्र, एफडी व अन्य योजनाओं में लोगों का निवेश कराते हैं। प्रत्येक निवेश पर उन्हें 0.5 प्रतिशत कमीशन मिलता है। कमीशन का पांच फीसद टीडीएस कट जाता है। उन्होंने आरोप लगाया था कि सहायक पोस्ट मास्टर मनोज सक्सेना व जेपी यादव और लिपिक प्रदीप राव कमीशन से 10 फीसद हिस्सा घूस के रूप में मांगते हैं। नहीं देने पर काम करने से इन्कार कर देते हैं।

23 अगस्त को वह टर्म डिपोजिट कराने डाकघर गए थे। अन्य लोगों का चेक जमा कर रहे प्रदीप ने उनका चेक लेने से इन्कार कर दिया था। जेपी यादव से कहा, तब भी मदद नहीं मिली और इसी बीच मनोज सक्सेना ने कहा कि 10 पैसा दिए बिना काम नहीं होगा। डीएन झा ने इस पूरे घटनाक्रम का पांच मिनट का वीडियो बनाकर प्रधानमंत्री को शिकायत भेज दी।

शिकायत के साथ भेजे वीडियो के अंश

डीएन झा- सबका चेक ले रहा है तो लेना पड़ेगा। 19 (अगस्त) को आया था। पोस्ट मास्टर साहब ने कहा था कि 23 को हो जाएगा।

जेपी यादव- राव चेक ले रहे हो?... चेक नहीं ले रहे

डीएन झा- लिया है

मनोज सक्सेना- नहीं लिया है चेक

डीएन झा- ले रहे हैं। पांच नंबर (काउंटर) पर लिया है साढ़े चार लाख रुपये का चेक, आप चेक कर लो

मनोज सक्सेना- मैं कुछ नहीं कह रहा। आप जानो वो जाने। मैं आपके मामले में कुछ अलग हूं। बस तुम्हारी यही आदत गलत है। (जेपी यादव से) साहब आप करते हो फेवर इनका। ये लिख के (शिकायत) देके आए हैं कि मुझसे पैसे मांगे जाते हैं। मुझे वह अधिकार बताइए जिससे डाकखाने वाले पैसे लेते हैं।

डीएन झा- जब मांगे हैं तो कहेंगे नहीं

मनोज सक्सेना- देखिए साब, ये काम कर लेंगे जिंदगी में डाकखाने में, किसने मांगे पैसे बताओ। 10 पैसे लिए होंगे, बाकी तो नहीं मांगे होंगे।

डीएन झा- 10 पैसे तो लिए हैं

मनोज सक्सेना- हां आप 10 पैसे भी नहीं देना चाहेंगे, लिख के दबाव में काम कराना चाहेंगे

डीएन झा- 10 पैसे किस बात के

मनोज सक्सेना- हां, देखा सर। मैं तो कहूंगा ही नहीं आपके मामले में। खूब लिखो। मैं तो कहता हूं मेरा ट्रांसफर कराओ, लेकिन ये लिख के ले लो मुझसे, तुम जिंदगी में डाकखाने में काम नहीं करा पाओगे, क्योंकि ऐसे लोग परेशान ही रहते हैं। सफल नहीं हो सकते। कुछ बातें ऐसे होती हैं। लिखापढ़ी में नहीं होती, मुंहजुबानी होती हैं। आप लिख के देकर ये सोच रहे हैं बहुत बड़ी तोप हो गए। यही तो होगा सस्पेंड हो जाएंगे या ट्रांसफर होगा। इसके अलावा तीसरा काम नहीं होगा, लेकिन तुम्हारा काम बंद हो जाएगा।

डीएन झा- मेरा काम बंद कर दो आप

मनोज सक्सेना- मैं क्यों बंद कर दूं, मेरी तो पावर ही नहीं है। मेरी तो पावर छिन गई। वरना अभी तक तो कर ही देता मैं। आप तो फ्री में काम कराओगे

डीएन झा- किस बात के दूं पैसे

मनोज सक्सेना- हम लोग गलत काम के पैसे ले रहे हैं, फिर लिख के दे आओ।

डीएन झा: (जेपी यादव से) हां सर

जेपी यादव: सुन तो रहे हो सारी बात, लिख के देके आए हो हां।

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