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बरगद के पौधे लगाने से सिद्ध होंगे एक पंथ दो काज

जागरण संवाददाता गाजियाबाद वट सावित्री व्रत से महिलाएं पूजा के लिए बरगद के पौधे लगा रही है

By JagranEdited By: Updated: Tue, 08 Jun 2021 11:07 PM (IST)
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बरगद के पौधे लगाने से सिद्ध होंगे एक पंथ दो काज

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : वट सावित्री व्रत से महिलाएं पूजा के लिए बरगद के पौधे लगा रही हैं। इससे एक पंथ दो काज सिद्ध होने वाले हैं। एक तो व्रत के दिन पूजा कर पाएंगी और दूसरे ये पौधे सालों लंबे समय तक आक्सीजन देंगे। कोरोना महामारी में रही आक्सीजन की किल्लत को देखते हुए इस साल महिलाओं ने खुद ही पौधे लगाने का बीड़ा उठा लिया है। कुछ ने पौधे लगा दिए हैं तो कुछ व्रत से एक दिन पहले पौधा लगाएंगी। महिलाओं का कहना है कि इन दिनों में तेज धूप की वजह से ज्यादातर पौधे लगाने के बाद मर जाते हैं। बारिश शुरु होगी तो उसके बाद ज्यादा पौधे लगाने की योजना बनाई है। व्रत के दिन पूजा करने के लिए एक या दो पौधे ही लगा रही हैं। इन पौधों की अच्छे से देखभाल भी करेंगी जिससे यह आगे भी पूजा करने के काम आएंगे और शीतलता देंगे।

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हाइराइज सोसायटियों में जगह का अभाव है ऐसे में पूजा के लिए दूर न जाना पड़े इसके लिए घर पर ही बोंसाइ बरगद पौधा तैयार किया है। जिस पर पूजा तो होगी ही, साथ ही घर में सकारात्मक माहौल के साथ आक्सीजन भी देगा। हमें बरगद के ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने होंगे जिससे भविष्य में आक्सीजन की कमी का सामना न करना पड़े। दूसरी महिलाओं से भी यही अपील है कि वह त्योहार से पहले कम से कम एक पौधा लगा लें।

- बबीता, अवंतिका

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पिछले साल 101 पौधे लगाए थे। हर साल पौधे लगाती हूं और इनका ध्यान भी रखती हूं। इस साल अभी 10 पौधे लगाए हैं। व्रत से एक दिन पहले बरगद का पौधा लगाने की योजना है। जब बारिश शुरु हो जाएगी तब ज्यादा पौधे लगाने की शुरुआत करेंगे। इस साल कोरोना में आक्सीजन की जो किल्लत रही है उसे देखते हुए लगता है कि अपने बच्चों का सुरक्षित स्वास्थ्य भविष्य देखना है तो हमें पौधे लगाने होंगे। इसके लिए अपने बच्चों को भी जागरुक करना होगा।

- पुष्पा प्रसाद, समाजसेवी

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बरगद के पांच पौधे लगाए पिछले कई सालों से पौधे लगा रहे हैं। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए ज्यादा पौधे लगाने की योजना बनाई है। संस्था की दूसरी साथी विधु गर्ग के साथ मिलकर अलग-अलग जगह व्रत से पहले पांच पौधे लगाए हैं। इस पर बट सावित्री व्रत से पहले पूजा अर्चना कर सकेंगे और आगे यह शीतलता के साथ आक्सीजन भी देगा।

- सुनीता, समाजसेवी

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