चेन पु¨लग रोकना रेलवे प्रशासन के लिए चुनौती
ट्रेनों में चेन पु¨लग रोकना रेलवे प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। तमाम कवायद के बावजूद यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। चेन पु¨लग रोकने की कड़ी में समय-समय पर चलाए गए चे¨कग अभियान के तहत इस साल अब तक 400 से ज्यादा आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। मामले में रेल मंत्री से लेकर वरिष्ठ अफसरों को ट्विटर पर शिकायत की जा चुकी है जब कभी शिकायत होती है तो उस वक्त तो रेलवे प्रशासन हरकत में आकर कुछ दिन कार्रवाई करता है।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : ट्रेनों में चेन पु¨लग रोकना रेलवे प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। तमाम कवायद के बावजूद यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। चेन पु¨लग रोकने की कड़ी में समय-समय पर चलाए गए चे¨कग अभियान के तहत इस साल अब तक 400 से ज्यादा आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। मामले में रेल मंत्री से लेकर वरिष्ठ अफसरों को ट्विटर पर शिकायत की जा चुकी है जब कभी शिकायत होती है तो उस वक्त तो रेलवे प्रशासन हरकत में आकर कुछ दिन कार्रवाई करता है। मगर कुछ दिन बाद स्थिति फिर वही हो जाती है। अक्सर लोग सहूलियत के चक्कर में गंतव्य के पास वाले स्टेशन पर चेन पु¨लग कर देते है जिस कारण ट्रेन उक्त स्टेशन पर खड़ी हो जाती है। किसी ट्रेन में चेन पु¨लग से न सिर्फ वही ट्रेन प्रभावित होती है जबकि उस रूट पर चलने वाली दूसरी ट्रेनें भी प्रभावित होती है। इसके चलते यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बदमाश ट्रेनों में वारदात को अंजाम देने के बाद भी चेन पु¨लग कर ही फरार होते हैं। मेरठ व अलीगढ़ रूट की ट्रेनों में सबसे ज्यादा चेन पु¨लग होती है। आरपीएफ प्रभारी एम. असलम ने बताया कि चेन पु¨लग रोकने के लिए धरपकड़ के साथ जागरूकता अभियान जारी है।