Move to Jagran APP

छूने से नहीं फैलती सफेद दाग की बीमारी: डॉ. सिद्धार्थ टंडन

विश्व विटिलिगो (सफेद दाग) दिवस पर कौशांबी के यशोदा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में मंगलवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान सफेद दाग की बीमारी को लेकर लोगों को जानकारी दी गई। डॉक्टरों ने बताया कि यह बीमारी छूने अथवा संपर्क में आने से नहीं फैलती।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 25 Jun 2019 10:23 PM (IST)
छूने से नहीं फैलती सफेद दाग की बीमारी: डॉ. सिद्धार्थ टंडन

जागरण संवाददाता, कौशांबी: विश्व विटिलिगो (सफेद दाग) दिवस पर कौशांबी के यशोदा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में मंगलवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान सफेद दाग की बीमारी को लेकर लोगों को जानकारी दी गई। डॉक्टरों ने बताया कि यह बीमारी छूने अथवा संपर्क में आने से नहीं फैलती।

अस्पताल के एमडी डा. पीएन अरोड़ा ने दीप प्रज्जवलन के साथ सेमिनार की शुरुआत की। सेमिनार में अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ टंडन ने बताया कि विटिलिगो एक प्रकार का त्वचा विकार है, जिसे सामान्यत: ल्यूकोडर्मा के नाम से जाना जाता है। इसमें रीर की स्वस्थ कोशिकाएं प्रभावित होती हैं। कुछ रोगियों में त्वचा के अंदर हुआ घाव स्थिर रहता है, बहुत ही धीरे-धीरे बढ़ता है। जबकि कुछ मामलों में यह रोग बहुत ही तेजी से बढ़ता है और कुछ ही महीनों में पूरे शरीर को ढक लेता है। भारतीय सैन्य सेवाओं में सफेद दाग से ग्रसित लोगों को मौका नहीं मिल पाता। डॉ. कुलदीप शर्मा ने बताया कि यह रोग आनुवांशिक और पर्यावरणीय संयुक्त प्रभाव से होता है। हालांकि छूने से यह नहीं फैलता। इसके प्रति समाज में ़फैली भ्रांतियों को दूर करने की आवश्यकता है। सभी एकजुट होकर इस बीमारी से लड़ेंगे तो इस रोग को जड़ से ़खत्म कर सकते हैं। टोपिकल, विभिन्न सर्जरी, लेजर चिकित्सा एवं अन्य वैकल्पिक उपचार इसके लिए उपलब्ध हैं।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।