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चालक की सुझबूझ से टला बड़ा हादसा, गोलबंर से टकराई ट्रैक्टर-ट्रॉली; पेट्रोल पंप पर तेल भर रहे टैंकर से बाल-बाल बची

गाजीपुर के विशेश्वरगंज में गुरुवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। रौजा की ओर से आ रही ईंट लदी ट्रैक्टर-ट्राली का ब्रेक फेल हो गया और वह डाल्फिन गोलंबर से जा टकराई। गोलंबर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग अच्छा रहा कि ट्रैक्टर-ट्राली पेट्रोल पंप पर तेल भर रहे टैंकर से नहीं टकराई वरना बड़ा हादसा हो सकता था। चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया।

By Manoj Kumar Gupta Edited By: Riya Pandey Updated: Thu, 05 Sep 2024 04:10 PM (IST)
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ब्रेक फेल होने से गोलबंर से टकराई ट्रैक्टर-ट्रॉली

संवाद सहयोगी, गाजीपुर। नगर के रौजा की ओर से आ रही ईंट लदी ट्रैक्टर-ट्राली का ब्रेक फेल होने से गुरुवार की सुबह विशेश्वरगंज स्थित डाल्फिन गोलंबर से टकरा गई। जिससे गोलंबर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।

घंटों काफी मशक्कत के बाद किसी तरह ट्रैक्टर-ट्राली को हटाया गया। संयोग अच्छा रहा कि ट्रैक्टर-ट्राली पेट्रोल पंप पर तेल भर रहे टैंकर नहीं टकराया, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

ओवरब्रिज से उतरते वक्त अचानक ब्रैक फेल

सुबह करीब आठ बजे एक चालक ट्रैक्टर-ट्राली पर ईंट लादकर कचहरी की ओर जा रहा था। रौजा ओवरब्रिज से उतरते वक्त अचानक ब्रेक फेल हो गया। जिससे ट्रैक्टर-ट्राली की रफ्तार तेज हो गई। ब्रेक फेल होने के बाद चालक चिल्लाते हुए लोगों को आगे से हटने लगा।

ट्रैक्टर जब अनियंत्रित होने लगा तो गोलंबर की ओर स्टेयरिंग घुमाकर चालक कूद गया। जिससे ट्रैक्टर-ट्राली गोलंबर से टकरा गई। तेज धमाका की आवाज सुनकर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। कुछ देर बाद कोतवाली पुलिस पहुंची और पूरे मामले की जांच की।

...तब हो जाता बड़ा हादसा

विशेश्वगंज के लोगों की माने तो चालक की सूझबूझ से जिले में बड़ा हादसा होते-होते बच गया। ओवरब्रिज से उतरते वक्त अचानक ब्रेक फेल होने से ट्रैक्टर-ट्राली की रफ्तार काफी तेज हो गई। चालक रोकने के प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सका। चालक अगर गोलंबर की ओर स्टेयरिंग नहीं घूमाता तो ट्रैक्टर-ट्राली सीधे पेट्रोल पंप पर तेल भर रहे टैंकर से टकरा गया होता।

डेढ़ साल पहले तीन लाख की लागत से बना था डाल्फिन गोलंबर

शहर की सुंदरता बढ़ाने के लिए नगर पालिका परिषद ने निकाय चुनाव से पहले करीब तीन लाख की लागत से चौराहे का सौंदर्यीकरण कराया था। डाल्फिन बनाकर पानी का फव्वारा लगाया था।हालांकि बनाने के कुछ दिन बाद ही उसका फव्वारा खराब हो गया था। फव्वारा कभी चलता था तो कभी खराब हो जाता था।

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