ट्रेन के डिब्बे की तरह बन रहा है प्राथमिक विद्यालय
चार लाख की लागत से हो रहा सुंदरीकरण रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा करेंगे उद्धाटन लगभग एक माह में पूरा हो जाएगा काम रेल पटरी की तरफ बनाया जाएगा फर्श
जासं, जमानियां (गाजीपुर) : प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर सरकार ध्यान देने लगी है। अब व्यवस्था में सुधार दिखने लगा है। स्थानीय ब्लाक के करमहरी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय को देखकर आप चौंक जाएंगे कि यह स्कूल है या रेलवे स्टेशन। इस स्कूल को एक विशिष्ट पहचान देने के लिए इसे शिक्षा एक्सप्रेस के रूप में विकसित किया जा रहा है। ट्रेन के डिब्बे के रूप में कमरों को कलर करने के साथ ही इसे रेलगाड़ी का रूप देने में कारीगर जुटे हैं। लगभग चार लाख की लागत से विद्यालय में सुंदरीकरण का कार्य हो रहा है।
स्कूल देखकर यही लगता है कि ट्रेन यहां कैसे खड़ी है। किसी सरकारी स्कूल के बारे में ऐसी कल्पना करना भी मुश्किल है लेकिन इस कार्य को रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के प्रस्ताव पर कार्यदायी संस्था आचार्य विनोवा सेवा आश्रम की ओर से कराया जा रहा है। संस्था के कार्यक्रम निदेशक मोहित श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालय के पांच क्लास रूम को रेल के डिब्बे का रूप दिया जा रहा है। चार लाख की लागत से सुंदरीकरण कार्य हो रहा है। फर्श को रेल पटरी की तरह बनाया जाएगा। पूरे विद्यालय परिसर को रेलवे स्टेशन की तरह विकसित करने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। क्लास रूम में बच्चों को बैठने के लिए डेस्क व बेंच की व्यवस्था है। शौचालय व पेयजल व्यवस्था को भी ठीक किया जाएगा। सभी कार्य पूर्ण होने के बाद उद्घाटन रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा करेंगे। ट्रेन की डिब्बे की तरह बन रहा विद्यालय को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग रही है। प्रधानाध्यापक विनोद कुशवाहा ने कहा कि विद्यालय की रूप रेखा बदलने से बच्चों की संख्या में भी इजाफा होगा। विद्यालय भवन को ट्रेन की डिब्बे का रूप देने में लगभग एक माह लग जाएगा। तेजी से कार्य हो रहा है। करमहरी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक समेत तीन शिक्षा मित्र तैनात हैं। इस विद्यालय में 205 बच्चे पंजीकृत हैं। अब बच्चों की संख्या विद्यालय में बढ़ेगी।
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सुंदरीकरण में तीन विद्यालय हैं शामिल
रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा की ओर से तहसील के तीन विद्यालयों को सुंदरीकरण के लिए चयन किया गया। इसमें प्राथमिक विद्यालय करमहरी, बभनपुरा व कसेरा पोखरा शामिल है। सुंदरीकरण होने पर अभिभावकों का भी रूझान प्राइवेट विद्यालयों की तरफ बढ़ेगा। इन विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जाएगी। 30 नवंबर तक सुंदरीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा। -धनपति यादव, खंड शिक्षाधिकारी।