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Ghazipur News: गर्मी की शुरुआत में ही ओवरलोड होने लगा अस्पताल, पड़ने लगी बेड की कमी

Ghazipur News गर्मी का मौसम शुरू होते ही राजकीय मेडिकल कालेज में एक बार फिर से बेड की किल्लत होने लगी है। गर्मी के चलते मौसमी बीमारियों के लोग शिकार होने लगे हैं। इससे सभी वार्ड फुल होने लगे है। मेडिकल कॉलेज का 300 बेड नया अस्पताल अभी तक पूरी तरह बनकर तैयार नहीं हो पाया है। यहां अभी केवल ओपीडी चलाई जा रही है।

By Shivanand Rai Edited By: Swati Singh Updated: Wed, 17 Apr 2024 07:05 PM (IST)
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गाजीपुर: राजकीय मेडिकल कालेज की ओपीडी में अपनी बारी की प्रतीक्षा करते मरीज।
संवाद सहयोगी, गाजीपुर। गर्मी का मौसम शुरू होते ही राजकीय मेडिकल कालेज में एक बार फिर से बेड की किल्लत होने लगी है। गर्मी के चलते मौसमी बीमारियों के लोग शिकार होने लगे हैं। इससे सभी वार्ड फुल होने लगे है। फिलहाल मेडिकल कॉलेज के जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल में 224 बेड संचालित हैं और बेड बढ़ाए जाने के लिए वार्डों की कमी पड़ रही है।

मेडिकल कॉलेज का 300 बेड नया अस्पताल अभी तक पूरी तरह बनकर तैयार नहीं हो पाया है। यहां अभी केवल ओपीडी चलाई जा रही है। अगर समय से पहले बेडों की संख्या नहीं बढ़ाई गई तो फिर इस वर्ष और मुसीबत खड़ी हो जाएगी।

गर्मी से बढ़ने लगे मरीज

मौसम में गरमाहट लगातार बढ़ती जा रही है। तेज धूप में पसीना निकल रहा है। बीमारियां बढ़ने के साथ ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी तेजी के साथ बढ़ने लगी है। इससे इमरजेंसी वार्ड में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। इसमें कुछ मरीजों को प्राथमिक उपचार देकर छोड़ दिया जाता है, लेकिन गंभीर स्थिति वाले मरीजों को भर्ती करना पड़ रहा है।

पिछले वर्ष गर्मी में जब मरीज बढ़ने लगे तो कोविड वार्ड सहित पुराने ओपीडी वाले कमरों और वेटिंग हाल को स्पेशल वार्ड में बदल दिया और लगभग 50 से अधिक बेड बढ़ाए गए। इसके बाद भी बेड कम पड़ने लगे थे। इस वर्ष तो मरीजों की संख्या और बढ़ने की संभावना है।

ओपीडी में भी बढ़ रही भीड़

बुधवार को ओपीडी में काफी संख्या में मरीज पहुंचे। सर्दी-जुकाम, गले में दर्द व पेट संबंधी बीमारियों को लेकर मरीज दवा लेने पहुंच रहे हैं। सुबह आठ बजे से ही मरीजों का आना शुरू हो जा रहा है। चिकित्सकों के कक्ष के भीतर और बाहर मरीजों का जमावड़ा लग रहा है। चिकित्सक मरीजों से व्यवस्था बनाने का निवेदन करते रहते हैं, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक होने से कक्ष में भीड़ लगातार बनी रहती है। ओपीडी पर्ची बनवाने और दवा लेने के लिए भी मरीजों को काफी इंतजार करना पड़ता है। नए-पुराने मिलाकर ढाई हजार से अधिक मरीज पहुंचते हैं, दोपहर तीन बजे तक ओपीडी चलती है और तब ही भीड़ बनी रहती है।

इन बीमारियों की शिकायत लेकर पहुंच रहे लोग

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजेश सिंह ने बताया कि अधिकांश मरीज सर्दी, जुकाम, बुखार, गले में दर्द व पेट इंफेक्शन आदि बीमारियों के पहुंच रहे हैं। सभी चिकित्सकों को समय से ओपीडी में आने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो।

अधिकारी ने कही ये बात

अस्पताल में जितनी जगह थी, उतना बेड लगा दिए गए हैं। गर्मी में मरीजों की संख्या बढ़ रही है, और बेड बढ़ाने को लेकर मंथन चल रहा है। वहीं मेडिकल कॉलेज के 300 बेड के नए अस्पताल में अभी तक पूरा सामान नहीं मिल सका है। सामान मिलते ही उसे चालू कर दिया जाएगा। इससे बेडों की समस्या दूर हो जाएगी।- डा. आनंद मिश्रा, प्रधानाचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज।

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