Ghazipur Lok Sabha Chunav Result 2024: फिर मुरझाया कमल, अफजाल ने बनाया दूसरी बार जीत का रिकार्ड
Ghazipur Lok Sabha Chunav Result 2024 गाजीपुर सीट माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सुर्खियों में रही। यहां से बड़े भाई अफजाल अंसारी सपा पारस नाथ राय भाजपा व डा. उमेश कुमार सिंह बसपा से मैदान में रहे। यहां यादव व मुस्लिम वोटरों (एमवाई) के समीकरण को भेदने में भाजपा असफल रही। यहां अनुसूचित व ओबीसी मतदाता भी काफी हैं।
शिवानंद राय l जागरण गाजीपुर : हाट सीट गाजीपुर संसदीय से भाजपा का कमल लगातार तीसरे चुनाव में मुरझा गया है। एक विधानसभा व दो लोकसभा में भाजपा की हार ने हाईकमान को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। वहीं हर चुनाव को समीकरण के आधार पर लड़ने वाले सपा से अफजाल अंसारी 40 वर्षों में लगातार दूसरी बार जीतने वाले तीसरे सांसद बन गए हैं।
इसके पहले सांसद हरप्रसाद सिंह व कांग्रेस के जैनुल बसर लगातार दूसरी बार सांसद बने थे। लोकसभा सीट माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सुर्खियों में रही। यहां से बड़े भाई अफजाल अंसारी सपा, पारस नाथ राय भाजपा व डा. उमेश कुमार सिंह बसपा से मैदान में रहे।
यहां यादव व मुस्लिम वोटरों (एमवाई) के समीकरण को भेदने में भाजपा असफल रही। यहां अनुसूचित व ओबीसी मतदाता भी काफी हैं। बावजूद इसके भाजपा के प्रत्याशी पारस नाथ राय को अफजाल अंसारी से भारी मतों से हार का मुंह देखना पड़ा है।
चुनाव से पहले मुख्तार की मौत को सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने हत्या बताते हुए चुनावी मुद्दा बनाने का प्रयास किया था, लेकिन इसमें वह बहुत हद तक सफल नहीं हो पाए।
हालांकि आइएनडीआइए के संविधान खतरे में बताने को वह एससी व ओबीसी में पहुंचाने में सफल रहे, जिसका नतीजा रहा है कि यहां से पीएम मोदी, सीएम योगी, मप्र के सीएम मोहन यादव की जनसभा और गृहमंत्री अमित शाह का रोड शो भी भाजपा को जीत नहीं दिला सका।
वर्ष 2019 के लोकसभा के चुनाव में भी बसपा के अफजाल अंसारी ने तत्कालीन रेल राज्यमंत्री को 1,19 392 वोटों से हराया था। इस चुनाव में सुभासपा के साथ आने के कारण भाजपा गठबंधन को जीत की उम्मीद थी, जो धूल धूसरित हो गई। इससे पहले वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सातों सीटें हार गईं थीं।
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