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पूर्वांचल के सबसे लोकप्रिय सांसद हैं मनोज सिन्हा

जासं, गाजीपुर : सांसद मनोज सिन्हा पू्र्वांचल में वाराणसी के बाद सबसे लोकप्रिय सांसद हैं यह क

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Apr 2018 09:39 PM (IST)Updated: Tue, 24 Apr 2018 09:39 PM (IST)
पूर्वांचल के सबसे लोकप्रिय सांसद हैं मनोज सिन्हा

जासं, गाजीपुर : सांसद मनोज सिन्हा पू्र्वांचल में वाराणसी के बाद सबसे लोकप्रिय सांसद हैं यह कहा जाय तो अतिशयोक्ति न होगी। रेल व संचार राज्य मंत्री रहते हुए उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में विकास की नई इबादत लिखी है। उन्होंने रेलवे का कायाकल्प करने के साथ किसानों, व्यापारियों, युवाओं, मजदूरों और उद्यमियों के लिए भी काफी काम किया है। सांसद निधि खर्च के मामले में आठ करोड़ की राशि खर्च हो चुकी है तो शेष करीब नौ करोड़ के लिए स्वीकृत पत्र मिल चुका है। माह में एक सप्ताह क्षेत्र में

- दो-दो विभागों रेल व संचार राज्य मंत्री की जिम्मेदारी होने के बाद भी मनोज सिन्हा अपने संसदीय क्षेत्र के लिए पर्याप्त समय निकाल लेते हैं। औसत देखा जाए तो महीने में सप्ताह भर का समय अपने संसदीय क्षेत्र के लिए निकाल ही लेते हैं। जब वह जिले में होते हैं तो लगातार कार्यक्रमों में प्रतिभाग करते हैं और लोगों के बीच में रहते हैं। उनसे संवाद करते रहते हैं और अपना काम भी। एक दिन में पांच से छह कार्यक्रम करना और सैकड़ों लोगों से मिल कर उनकी बात सुनना उनकी दिनचर्या बन गई है।

सोशल मीडिया पर भी सक्रिय

मनोज सिन्हा सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। फेसबुक व ट्विटर पर वह लगातर पोस्ट व ट्वीट करते रहते हैं। अपनी योजनाओं, कार्यों व तैयारियों की सूचनाएं अपडेट करते रहते हैं। फिलहाल फेसबुक व ट्विटर पर हजारों की संख्या में उनके फालोअर हैं। सांसद आदर्श गांव

1- शंकर ¨सह दुल्लहपुर (जखनियां)

2- देवा (जखनियां)

3- नायकडीह (सैदपुर)

4- करहिया (भदौरा)

5- जमुआंव उपरवार (करंडा)

आठ रुपये की लागत से 41 और कार्यों का आया प्रस्ताव

-मनोज सिन्हा के सांसद बनने के बाद चार वित्तीय वर्ष बीत गए लेकिन अभी तक केवल दो वित्तीय वर्ष 2014-15 और 2015-16 की सांसद निधि ही आई है। प्रत्येक वित्तीय वर्ष में पांच करोड़ रुपये सांसद निधि में मिलते हैं। इस तरह अभी तक दस करोड़ रुपये ही आए हैं। उसमें से 14 कार्य स्वीकृत किए गए थे और पिछले दिसंबर में इसके लिए आरइएस को बजट भी जारी कर दिया गया। दूसरी तरफ आठ करोड़ रुपये की लागत से 41 और कार्यों का प्रस्ताव आया है। इसका स्टीमेट बनाने की जिम्मेदारी आरइएस को सौंपी गई है। सांसद आदर्श गांवों में आधे-अधूरे विकास कार्य

धर्मागतपुर : गाजीपुर संसदीय क्षेत्र में पांच आदर्श गांव चुने गए हैं। इन गांवों को 22 विभागों द्वारा अपनी योजनाओं से संतृप्त करना है। सांसद आदर्श गांव बनने के बाद दुल्लहपुर (शंकर¨सह) के लोगों में विकास को लेकर उम्मीद जगी थी लेकिन अब भी काफी कुछ होना बाकी भी है। यहां बिजली संबंधी समस्या तथा जल निकासी की समस्या बड़ी है। प्राथमिक विद्यालय दुल्लहपुर में यूबीआइ के तरफ से सोलर पैनल लगा हुआ है जो अब बेकार है। पूरे ग्राम सभा में 72 सोलर लाइटें लगी हैं जिसमें से अधिकतर बेकार पड़ी हैं। प्राथमिक विद्यालय में ब्राडबैंड लगवाया गया है पेयजल के लिए जलनिगम द्वारा पानी टंकी निर्माणाधीन है। बो¨रग का काम पूरा हो चुका है। ग्राम प्रधान हरिओम मद्धेशिया ने बताया कि साढ़े चार किमी सीसी रोड के लिए आरइएस द्वारा सर्वे किया गया लेकिन अब तक बजट नहीं आया है। देवा गांव में 32 लाख रुपये की लागत से दो शौचालय का निर्माण कराया गया है। पांच केवी का सबमर्सिबल लगाया गया है। पूरे गांव में 220 खंभे और 22 सोलर लाइट लगाई गई है। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शमशाद अंसारी ने कहा कि सांसद गांव के विकास के लिए हमें कोई निधि नहीं प्राप्त हुआ है लेकिन हम रेल राज्य मंत्री के प्रयास से काफी विकास कार्य हुआ है।

अपेक्षा अनुरूप नहीं हुआ काम

सैदपुर : सांसद आदर्श गांव नायकडीह में अब तक अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं हुआ है। गांव में वाईफाई सुविधा उपलब्ध कराने के अलावा अन्य कई घोषणाएं की गई थी लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। गांव में एक मात्र आधुनिक सुलभ शौचालय का निर्माण चल रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत आवास और शौचालय तो प्रत्येक गांव में बन रहे हैं। करीब 4500 की आबादी वाले इस गांव में 250 शौचालय और 39 आवास बन रहे हैं। नायकडीह गांव निवासी भाजपा नेता अचल ¨सह ने कहा कि गांव में आधुनिक शौचालय का निर्माण हो रहा है। आंगनबाड़ी के लिए नंदघर बनना स्वीकृत हुआ है। गांव में नलकूप और पानी की टंकी बनाने के लिए जगह का चयन हो गया है। साथ ही सीसी रोड बनने के लिए भी स्टीमेट भेजा जा चुका है। आवास व पेंशन से हैं संतृप्त

- सभी आदर्श गांव आवास व पेंशन से संतृप्त कर दिए गए हैं। वहीं बच्चों व महिलाओं सहित पशुओं को टीकाकरण कार्य भी पूरा कर लिया गया है। आवास की बात करें तो शंकर ¨सह दुल्लहपुर में 30, नायकडीह में 39, करहिया में 11, जमुआंव उपरवार में 21 और देवा में 13 प्रधानमंत्री आवास बनाए गए हैं। यह जो हुए काम

लोकसभा क्षेत्र में पांच हजार से ज्यादा सोलर लाइट।

साढ़े तीन सौ से ज्यादा हैंडपंप।

स्वच्छ भारत मिशन के तहत अत्यआधुनिक शौचालय।

दो बार दिव्यांग शिविर लग चुके हैं। इसमें साढ़े चार हजार से अधिक ट्राईसाइकिल वितरित हो चुकी है।

चिकित्सा के क्षेत्र में दो बार लाइफ लाइन एक्सप्रेस आ चुकी है।

तीन सचल चिकित्सालय मिल चुका है। इसमें एक डाक्टर, एक पैथोलाजी, एक फार्मासिस्ट के सात अत्यआधुनिक मशीन, एक्सरे मशीन। मौके पर ही सभी जांच और रिपोर्ट।

रेल के क्षेत्र में: सभी स्टेशनों पर कम से कम तीन से पांच करोड़ यात्री सुविधाओं के लिए। गाजीपुर में ही केवल यात्री सुविधाओं के लिए नौ करोड़ खर्च।

-स्पोर्टस कांप्सेलस का शिलानान्यास।

-एनएच तेजी पर काम।

ताड़ीघाट में रेल कम रोड ब्रिज। इसके लिए साढ़े तीन साल का समय निर्धारित है।

खास यह कि जितने भी परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ वह समय से पहले पूरी। जिले में विकास की गंगा बह रही है। हर क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है। सांसद निधि का आठ करोड़ रुपये की राशि जारी हो चुकी है। लगभग नौ कई के लिए स्वीकृति पत्र जारी हो चुके हैं। -सुनील ¨सह, मंत्री प्रतिनिधि।


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