Mukhtar Ansari Death: कभी जेल में भी मुख्तार के साथ रहती थी पत्नी अफ्शा, आज मरहूम पति के दीदार को भी मोहताज
वर्ष 2005 में मुख्तार के जेल जाने के बाद अफ्शा ने उसके काले साम्राज्य को भी टेकओवर कर लिया था। बच्चों के बड़े होने के बाद मुख्तार के गैंग आईएस- 191 की कमान उसने अपने हाथों में ले ली। अफ्शा अंसारी के विरूद्ध विभिन्न थानों में कुल 11 मुकदमा दर्ज हैं। वह मुख्तार की रिवॉल्वर वाइफ के रूप में भी जानी जाने लगी थी।
अविनाश सिंह, गाजीपुर। ''सब दिन होत ना एक समाना, साधो सब दिन होत न एक समाना...'' निर्गुन गायक मदन राय का यह गाना माफिया मुख्तार अंसारी पत्नी अफ्शा अंसारी के वर्तमान स्थिति पर सटीक बैठ रहा है। मुख्तार अंसारी का कभी इतना वर्चस्व था कि उसकी पत्नी गाजीपुर के जिला जेल में न सिर्फ प्रतिदिन लजीज व्यंजन बनाकर ले जाती थी, बल्कि जेल में उसके साथ रहती भी थी। मुख्तार और अफ्शा के वहां पर अवैध तरीके से रहने के आरोप लगे थे। आज स्थिति यह है कि वह अपने पति के मरहूम हो जाने के बाद भी उनका दीदार नहीं कर पा रही है।
वर्ष 2005 में मुख्तार के जेल जाने के बाद अफ्शा ने उसके काले साम्राज्य को भी टेकओवर कर लिया था। बच्चों के बड़े होने के बाद मुख्तार के गैंग आईएस- 191 की कमान उसने अपने हाथों में ले ली। अफ्शा अंसारी के विरूद्ध विभिन्न थानों में कुल 11 मुकदमा दर्ज हैं। वह मुख्तार की रिवॉल्वर वाइफ के रूप में भी जानी जाने लगी थी। उसके ऊपर यूपी पुलिस ने 75 हजार रुपये का इनाम रखा है और वह अभी फरार चल रही है।
मुख्तार का अफ्शा से ऐसे हुआ था निकाह
बताया जाता है कि मुख्तार अंसारी क्रिकेटर बनना चाहता था। इसके लिए वह प्रतिदिन स्टेडियम जाकर कड़ी मेहनत करता था। कद-काठी से स्मार्ट मुख्तार अंसारी को क्रिकेट खेलता देखकर पास के ही कॉलेज में पढ़ने वाली अफ्शा अंसारी उस पर फिदा हो गई।
मुख्तार अंसारी का क्रिकेट देखने वह प्रतिदिन स्टेडियम जाती थी। इसी दौरान दोनों के बीच दोस्ती हो गई। देखते ही देखते दोनों में नजदीकियां काफी बढ़ गई और दोनों परिवारों की रजामंदी के बाद 1989 में दोनों ने निकाह कर लिया।
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