बदन पर भगवा, हाथ में सारंगी... भीख मांग रहे थे तीन शख्स, लोगों को हुआ शक तो पूछताछ में निकले मुस्लिम; हो गया हंगामा
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां सुकहा गांव में तीन मुस्लिम व्यक्तियों को योगी बनकर भीख मांगते हुए पकड़ा गया। ग्रामीणों को इन पर संदेह हुआ तो उन्होंने पूछताछ की और उनके मुस्लिम होने का पता चला। ग्रामीणों ने उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है।
संवाद सूत्र, जागरण, कासिमाबाद। क्षेत्र के ग्राम पंचायत सुकहा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर मठ योगी बन भेष बदलकर भीख मांगना मुस्लिम समुदाय के तीन लोगों को शुक्रवार को महंगा पड़ गया। ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने चालान कर जेल भेज दिया।
योगी के भेष मुस्लिम समुदाय के तीन लोगों को भीख मांगना महंगा पड़ गया। सुकहा गांव में शुक्रवार को भगवा वस्त्र पहन कर सारंगी लेकर योगी साधू के भेष मुस्लिम समुदाय के तीन लोगों को भीख मांगना भारी पड़ गया। जब ग्रामीणों को इन लोगों पर संदेह हुआ, तो उन्होंने तुरंत उनसे पूछताछ करना शुरू कर दिया जिससे वह घबरा गये और ग्रामीणों से उलझ गए।
ग्रामीणों ने तीनों व्यक्तियों को पकड़ कर पुलिस को सुपुर्द कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार पकड़े गए व्यक्ति संदिग्ध है। पुलिस ने जब उनकी गहन जांच की गई,तो पता चला कि ये सभी व्यक्ति मुस्लिम समुदाय से संबंधित हैं और हिंदू बनकर भीख मांग रहे थे।
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यह जानकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। ग्रामीणों द्वारा पूछताछ करते समय उनके द्वारा बनाया वीडियो सामने आया,जिसमें तीनों ने मुस्लिम समुदाय से होने और भेष बदलकर भिक्षा मांगने की बात स्वीकार की है। इससे ग्रामीणों का आक्रोश और भी बढ़ गया।मामला बिगड़ता देख ग्रामीणों ने तीनों व्यक्तियों को पुलिस को सौंप दिया। पकड़े गए लोगों की पहचान सोहराब खां, शहजाद खां,व नियाद निवासी अतरसांवा थाना दोहरीघाट जनपद मऊ के रुप में हुई।भाजपा नेता शिवकुमार गुप्ता की तहरीर पर पुलिस उनका चालान कर जेल भेज दिया।
इसे भी पढ़ें-पहले पालतू कुत्ते को शराब पिलाकर किया बेसुध, फिर किन्नर की कर दी हत्या; जांच में जुटी पुलिसकोतवाल महेंद्र सिंह ने बताया कि भेष बदलकर भीख मांग रहे मुस्लिम समुदाय के तीन व्यक्तियों का चालान कर जेल भेज दिया गया है।बिजली प्रवाहित तारबंदी से किशोरी की मौत
टड़वा गांव के उजरौटी बस्ती में खेत के तारबंदी में दौड़ाई गई बिजली से चिपककर सविता बिंद (17) पुत्री सुखदेव की दर्दनाक मौत हो गई। रामायन बिंद अपने सब्जी के खेतों की सुरक्षा में लोहे की तारों का बाड़ लगाया हुआ था। आलू और गोभी सहित अन्य सब्जियों की जानवरों से बचाने के लिए लगाए गए तारबंदी में रामायन प्रतिदिन रात को बिजली प्रवाहित कर देते थे।शुक्रवार की सुबह नौ बजे अपने एकलौते भाई के लंबी उम्र की कामना हेतु गोवर्धन पूजा के लिए कंटीले खर पतवार इकठ्ठा करने निकली सविता खेत के मेढ़ से गुजर रही थी। सविता का दाहिना हाथ अचानक खेत किनारे लगे तारों में चिपक गया।
करेंट प्रवाहित तारों से चिपके सविता को छुड़ाने में लोग असमर्थ दिखे। रामायन बिंद के पम्पिंगसेट से जोड़ा गया विद्युत कनेक्शन हटाने गए लोगों को रामायन के पम्पिंगसेट का दरवाजा बंद और रामायन गायब मिला। कुछ देर तड़पने के बाद सविता ने दम तोड़ दिया।अपने पांच बहनों में तीसरे नम्बर की सविता आठवीं कक्षा की पढ़ाई में तेज थी। मां गीता देवी का रो रोकर बुरा हाल है। पिता सुखदेव गैर प्रदेश में पेंटर का कार्य करते है। खानपुर एसओ प्रवीण कुमार ने बताया कि रामायन बिंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
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