अब जनरेटर के भरोसे चलने वाली मिले होंगी धान कुटाई से बाहर, बिना बिजली कनेक्शन वाली मिलों पर लगी रोक
अब जनरेटर के भरोसे चलने वाली मिलों को धान कुटाई से बाहर रखा जाएगा। बिना बिजली कनेक्शन वाली मिलों को इस बार धान कुटाई का संकट हो सकता है। शासन ने ऐसी मिलों को क्रय केंद्रों से संबद्ध करने से मना कर दिया है। सभी मिलों को सीधे बिजली कनेक्शन के माध्यम से यूपीपीसीएल व विपणन विभाग के ई-उपार्जन पोर्टल से मुख्यालय जोड़ दिया गया है।
संवाद सहयोगी, गाजीपुर। शासनादेश के अनुसार बिना बिजली कनेक्शन लिए जनरेटर के भरोसे चलने वाली मिलों को इस बार धान कुटाई का संकट हो सकता है। शासन ने ऐसी मिलों को क्रय केंद्रों से संबद्ध करने से मना कर दिया है।
जनपद में 18 मिले ऐसी हैं, जिनके पास बिजली का कनेक्शन नहीं है। वह अभी तक अपनी मिलों को जनरेटर से चला रहे थे। जनपद में कुल 54 राइस मिले हैं, जिनको धान कुटाई के लिए संबद्ध किया जाएगा।
मिल के क्षमतानुसार कितनी बिजली खपत
शासन ने मिलों की वस्तु स्थिति को जानने के लिए विद्युत कनेक्शन लेने की अनिवार्यता कर दी है। इससे देखा जाएगा कि मिल की क्षमता के अनुसार वह कितनी बिजली की खपत कर रहा है। इसी के आधार पर उसकी कार्य क्षमता का आकलन कर धान की कुटाई के लिए धान उपलब्ध कराएगी।कौन सी मिल कितने घंटे चली और कितनी बिजली खपत
सभी मिलों को सीधे बिजली कनेक्शन के माध्यम से यूपीपीसीएल व विपणन विभाग के ई-उपार्जन पोर्टल से मुख्यालय जोड़ दिया गया है। जिसमें देखा जा सकेगा कि कौन सी मिल कितने घंटे चली और कितनी बिजली की खपत हुई। मिलों को अगला धान तब तक नहीं दिया जाएगा जबतक मिलर सीएमआर जमा नहीं करेगा।
बिजली कनेक्शन न लेने वाले मिलों को धान की कुटाई के लिए संबद्ध नहीं किया जाएगा। इसकी जांच के लिए मिलों की जीओ टैगिंग व जिला विपणन अधिकारी, तहसील के एसडीएम व अन्य अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन किया जाएगा।
तहसीलवार केंद्रों व मिलोंं संख्या
तहसील | क्रय केंद्र | मिले |
जखनिया | 13 | 2 |
सैदपुर | 09 | 3 |
गाजीपुर | 23 | 21 |
मुहम्मदाबाद | 27 | 14 |
जमानिया | 36 | 8 |
कासिमाबाद | 14 | 4 |
सेवराई | 14 | 2 |
मिलरों से कहा गया है कि जिनके पास बिजली का कनेक्शन नहीं है, वह अपनी क्षमता के अनुसार बिजली का कनेक्शन प्राप्त कर लें। अन्यथा की स्थिति में मिल संबद्धता न होने के लिए वह स्वयं जिम्मेदार होंगे।
- अनुराग पांडेय, जिला विपणन अधिकारी।
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